जगदलपुर, 02 मार्च । कडक़नाथ मुर्गा के माध्यम से पशुपालन विभाग बस्तर में रोजगार की अपार संभावना जुटाने का कार्य कर रहा है और इसके माध्यम से बस्तर के बेरोजगारों को आर्थिक लाभ के साथ परिवार का भरण-पोषण करने का भी सहारा प्राप्त हो सकेगा।
जानकारी के अनुसार इस विशेष प्रजाति के कडक़नाथ मुर्गा पर कृषि महाविद्यालय में अनुसंधान कर इसकी संख्या बढ़ाने की जो कोशिश की वह सफल रही है और सफलता के साथ अब पशुपालन विभाग के माध्यम से यह योजना चलाने की कोशिश की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि इसके लिए बेरोजगारों को कडक़नाथ के चूजे सरकार पोल्ट्री फार्म से प्रदान करेगी और उन्हें इसके विकसित करने के लिए सुविधायें व जानकारी देगी। वर्तमान में इन चूजों की कीमत 600 रूपए किलो रखी गई है, लेकिन शीघ्र ही इसका मूल्य भी कम हो जायेगा। इस संबंध में पशुपालन विभाग के सूत्र बताते हैं कि काले रंग के कडक़नाथ मुर्गे की मांग देश के कोने-कोने तक है। इसके मांस का स्वाद अलग होने के चलते इसकी मांग भी बढ़ गई है। कृषि महाविद्यालय में इसके सफल होने के बाद पशुपालन विभाग ने इसकी योजना बनाई है।
इस संबंध में पशुपालन विभाग की उपसंचालक डॉ लक्ष्मी अजगले ने बताया कि इस योजना का सबसे अधिक फायदा बस्तर के बेरोजगारों को मिलेगा। बस्तर जिले में पशुपालन की परंपरा सालों पुरानी है और वह सफल होती रही है। इसीलिए यह योजना बनाई गई है।