जगदलपुर, 02 मार्च । इस वर्ष अचानक ही मौसम के बदलाव से बस्तर वासी संभले नहीं है और गर्मी का आभास लोगों को फरवरी माह में से ही होने लगा है। गर्मी की शुरूवात होते ही इंद्रावती नदी का जल स्तर भी कम हो रहा है। अभी जबकि उच्चतम तापमान 35 डिग्री तक पहुंच रहा है और दिन के समय ही लोगों को धूप की तेजी दिखाई देती है। इसके साथ ही बस्तर की यहां से होकर बहने वाली इंद्रावती नदी में पानी घटता जा रहा है। पिछले सप्ताह नदी का जलस्तर 2.390 मीटर था वह अब घटकर 2.060 मीटर हो गया है। हर दिन कम हो रहे जलस्तर से लोगों को गर्मी में पानी की समस्या न हो इसलिए जल संसाधन विभाग ने तैयारी करते हुये संभागिय मुख्यालय से करीब 20 किमी दूर कुडक़ानार में बने एनीकेट को बंद कर दिया है व शहर से लगे इंद्रावती नदी पर पुराने पुल के पास बने एनीकेट के दरवाजे को बंद करते हुये पानी को रोकने की कोशिश शुरू कर दी है।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पानी की होती जा रही इस कमी से आयोग चिंतित है और आसन्न गर्मी के दिनों में लोगों को पीने का पानी उपलब्ध कराने अभी से तैयारी कर रहा है। इसके अंतर्गत नदी के पानी के स्तर की जानकारी हर दिन आयोग के अधिकारियों को दी जा रही है। इस आंकड़े को जल संसाधन विभाग को भी दिया जा रहा है। इस संबंध में जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता पीजीएस राजपूत ने कहा कि यह बात सही है कि गर्मी से पहले नदी का जलस्तर कम हो गया है। गर्मी में लोगों को खासतौर पर शहरवासियों को पानी की किल्लत न हो इसलिए एनीकट के गेट बंद किए जा रहे हैं वहीं पानी की कमी न हो इसके लिए ओडिशा के अधिकारियों से भी बात की जाएगी।