हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे श्रद्धालुओं के बीच भगदड़ मच गई, जिसमें 120 से अधिक लोगों की मौत का अनुमान जताया जा रहा है। सभी की डेड बॉडी को एटा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि सत्संग में भीषण गर्मी की वजह से भक्तों की स्थिति खराब हो गई। इस हादसे में कई लोग घायल हुए है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लेते हुये मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
पुलिस सूत्रों के अनुसार तहसील में मुगलगढ़ी नेशनल हाइवे पर फुलरई गांव में आज मानव मंगल मिलन सदभावना समागम समिति नामक संस्था ने आज सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया था जिसमें बड़ी तादाद में श्रद्धालु एकत्र हुये थे। कार्यक्रम के दौरान भगदड़ मचने से कई लोग हताहत हुये। उन्होने बताया कि मृतकों की संख्या 120 से ज्यादा होने की आशंका है। कई हताहतों को हाथरस के अलावा एटा और अलीगढ जिले में शिफ्ट किया गया है। मरने वालों में महिलाओं की संख्या सर्वाधिक है।
तीन किलोमीटर तक फैले थे वाहन
भीड़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वाहनों की संख्या तीन किलोमीटर तक फैली हुई थी। अलग से यहां पार्किंग भी बनाई गई थी, इसके बाद भी इतने वाहन थे कि हाईवे किनारे उन्हें खड़ा करना पड़ गया था।
मुआवजे का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथरस में हुई दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों को PMNRF से 2 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. वहीं हादसे में घायल हुए लोगों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे को लेकर दुख जताया है. वह कल हाथरस के दौरे पर जा सकते हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में हुई दर्दनाक भगदड़ के बाद मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. उन्होंने अधिकारियों को दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में एक टीम बनाने के निर्देश भी दिए. सीएम आदित्यनाथ खुद स्थिति पर नजर रख रहे हैं और उन्होंने दो मंत्रियों, मुख्य सचिव और डीजीपी को घटनास्थल पर भेजा है. कार्यक्रम आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और प्रशासन इस त्रासदी के जवाब में बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है.
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