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18-Feb-2019 12:37:34 pm
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पाक को चाय का निर्यात घटाने की तैयारी, नुकसान से भी निपटने का प्लान तैयार

कोलकाता,18 फरवरी । पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। भारतीय कारोबारी पाकिस्तान को चाय का निर्यात घटाने की तैयारी कर रहे हैं। इंडियन टी असोसिएशन (आईटीए) के चेयरमैन विवेक गोयनका ने कहा कि देश की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है। अगर हालात ऐसे ही बदतर बने रहे तो हमें एक्सपोर्ट घटाने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
गोयनका ने कहा, पाकिस्तान को होने वाले चाय निर्यात में कमी आ सकती है। हमारे लिए देश की सुरक्षा पहले है और इन भयावह आतंकी हमलों से निजात पाना हमारी प्राथमिकता में सबसे ऊपर है। आईटीए चेयरमैन ने कहा कि इंडस्ट्री मिस्र, पश्चिम एशिया और रूस जैसे देशों को चाय का निर्यात बढ़ाने की कोशिश करेगी। उन्होंने बताया, हम मौजूदा टी मार्केट में एक्सपोर्ट बढ़ाने की योजना पर काम कर रहे हैं। घरेलू खपत बढ़ाने पर भी हमारा जोर रहेगा।
भारत ने 2018 में पाकिस्तान को 1.58 करोड़ किलो चाय का निर्यात किया था, जो 2017 से 7.83 पर्सेंट ज्यादा था। संयुक्त राष्ट्र के फूड ऐंड एग्रीकल्चर (एफएओ) की पब्लिश करंट मार्केट सिचुएशन ऐंड मीडियम टर्म आउटलुक के मुताबिक, पाकिस्तान में 2007 से 2016 तक प्रति व्यक्ति चाय की खपत में 35.8 पर्सेंट की भारी वृद्धि दर्ज की गई है।
भारत ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का स्टेटस वापस ले लिया है। पुलवामा हमले में 37 सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने के मद्देनजर जम्मू और कश्मीर की सुरक्षा स्थिति जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की कमिटी ऑन सिक्यॉरिटी (सीसीएस) की बैठक में यह फैसला लिया गया। भारत ने जनरल अग्रीमेंट ऑन टैरिफ्स ऐंड ट्रेड (जीएटीटी), 1994 के आर्टिकल 1 के तहत पाकिस्तान सहित सभी डब्ल्यूटीओ सदस्य देशों को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया था।
आईटीए चेयरमैन विवेक ने कहा कि ज्यादातर दक्षिण भारत की चाय पाकिस्तान निर्यात की जाती है। उन्होंने कहा, दक्षिण भारत से पाकिस्तान को करीब 80 फीसदी चाय निर्यात की जाती है और बाकी 20 फीसदी चाय वह असम से खरीदता है। रूस भारतीय चाय का सबसे बड़ा मार्केट है। भारत ने 2018 में रूस को 4.50 करोड़ किलो चाय का निर्यात किया था। वहीं, मिस्र ने भारत से 1.13 करोड़ किलो चाय आयात की थी। ईरान भी भारत से बड़े पैमाने पर चाय खरीदता है। भारतीय चाय उत्पादक लगातार नए एक्सपोर्ट मार्केट की तलाश कर रहे हैं। इराक ऐसा मार्केट है, जहां भारत फ्रेश एंट्री कर सकता है। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर ये सभी देश भारत से अपना आयात बढ़ाते हैं तो चाय व्यापारी पाकिस्तानी मार्केट से होने वाले घाटे की भरपाई आराम से कर सकते हैं।

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