छत्तीसगढ़

29-May-2024 11:32:41 am
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समर कैंप: स्कूली बच्चों ने थियेटर में देखी श्रीकांत बोला की बायोपिक

  • दृष्टिहीन श्रीकांत के बारे में जानकर बच्चे दिखे उत्साहित, कहा-सच्ची लगन और मेहनत के आगे सारी चुनौतियां छोटी
  • रायगढ़ जिला प्रशासन की विशेष पहल, ‘उत्कर्ष भविष्य की उड़ान’ के तहत दिखाई गई प्रेरक फिल्म

रायगढ़।   समर कैंप में बच्चों के बहुमुखी व्यक्तित्व विकास को ध्यान में रख विभिन्न रचनात्मक गतिविधियां करवाई जा रही हैं। इसी कड़ी में रायगढ़ जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग ने खास पहल करते हुए स्कूली बच्चों को ग्रैंड माल स्थित सिनेमाघर में श्रीकांत बोला पर बनी बायोपिक फिल्म दिखाई गई। जिले के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचे स्कूली बच्चे भी श्रीकांत मूवी देख कर काफी उत्साहित नजर आए।
फिल्म देखने के बाद कक्षा दसवीं की छात्रा स्मृति यादव ने कहा कि श्रीकांत बोला का जीवन अत्यंत प्रेरणादायक है। यह फिल्म दिखाती है कि हमें चुनौतियों से भागना नहीं चाहिए बल्कि डटकर उसका सामना करना चाहिए। सच्ची लगन से हम कोई भी मुकाम हासिल कर सकते हैं। किरोड़ीमल नगर के कक्षा दसवीं के छात्र सिमरन आदित्य ने बताया कि उन्हें यह पहल काफी अच्छी लगी। उन्होंने कहा कि श्रीकांत ने अपने अंधेपन को अपनी कमी न मानते हुए अपना सपना पूरा करने के लिए पूरी लगन से मेहनत की। उनका पूरा जीवन प्रेरणादायक है। सभी को यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए। पुसौर के मोहनीश वर्मा ने कहा कि श्रीकांत बोला का जीवन यह सिखाता है कि परिस्थितियां जब आपके अनुकूल नहीं हो तो उनसे कैसे लड़ा जाता है। नटवर स्कूल की कक्षा दसवीं की छात्रा निशी मिश्रा ने कहा कि अपने सपनों को पूरा करने में किसी भी तरह की परेशानी और तकलीफ  आए तो उसे सुलझा कर उसे आगे बढऩा यह इस फिल्म में बहुत बेहतरीन तरीके से दिखाया गया है। सभी स्कूली छात्रों ने कलेक्टर कार्तिकेया गोयल, सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव के प्रति प्रेरक व्यक्तियों पर आधारित फिल्म दिखाने की इस पहल के लिए आभार व्यक्त किया।
गौरतलब है कि ग्रीष्मकालीन अवकाश में बच्चों के बहुमुखी विकास के लिए समर कैंप के माध्यम से उन्हें विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा इसके लिए उत्कर्ष भविष्य की उड़ान थीम के साथ कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। स्कूली छात्रों को प्रेरक फिल्म के माध्यम से हमारे आसपास के सफल व्यक्तित्व के जीवन के बारे में जानकारी दी जा रही है। जिससे बच्चे प्रेरित हों। इसी क्रम में रायगढ़, पुसौर, खरसिया, तमनार और घरघोड़ा के स्कूलों के करीब 220 बच्चों को श्रीकांत बोला फिल्म दिखाई गई।
दृष्टिहीन श्रीकांत चलाते हैं 150 करोड़ की कंपनी
बता दें कि श्रीकांत बोला एक दृष्टिहीन भारतीय उद्योगपति हैं। उन्होंने पूरे विश्व में प्रतिष्ठित अमेरिका की एमआईटी यूनिवर्सिटी में पहले दृष्टिहीन छात्र के रूप अपनी शिक्षा पूरी की। भारत लौट कर अपनी कंपनी बोलेंट इंडस्ट्रीज की शुरुआत की। जिसका टर्नओवर आज डेढ़ सौ करोड़ से ज्यादा का है। अपनी कंपनी वे सैकड़ों दिव्यांगों को रोजगार मुहैय्या करा रहे हैं।

 

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