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19-May-2024 10:21:23 pm
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स्वाति मालीवाल मामला : पुलिस ने सीएम केजरीवाल के आवास से सीज किया डीवीआर

नई दिल्ली । आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ बदसलूकी और मारपीट के मामले की जांच के क्रम में दिल्ली पुलिस ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास का डिजिटल वीडियो रिकॉर्ड (डीवीआर) सीज कर लिया।
मालीवाल ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार ने 13 मई को सीएम आवास के भीतर उनके साथ बदसलूकी की और उन्हें पीटा। पुलिस ने मामला दर्ज कर शनिवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। बाद में एक स्थानीय अदालत ने उन्हें पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस टीम ने घटना के फुटेज प्राप्त करने के लिए मुख्यमंत्री आवास से डीवीआर तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किये हैं। उनका कहना है कि कुमार पूछताछ के दौरान साफ-साफ जवाब नहीं दे रहे हैं।
पुलिस ने अदालत को बताया था कि उसे जो सीसीटीवी फुटेज मुहैया कराया गया है वह ब्लैंक है। कुमार ने अपना मोबाइल फोन पुलिस को दिया लेकिन पासवर्ड नहीं बताया। इसके अलावा कुमार ने खराबी का बहाना बनाकर एक दिन पहले अपना मोबाइल फॉर्मेट कर दिया था।
पुलिस ने अदालत को बताया कि फोन को फॉर्मेट करने से पहले उसके डाटा को क्लोन करना होता है। इसलिए, उनके फोन के डाटा को वापस हासिल करने के लिए उन्हें मुंबई ले जाया जाएगा क्योंकि डाटा रिट्रीव करने के लिए विशेषज्ञों के समक्ष उनकी उपस्थित जरूरी है।
पुलिस ने मामले में छेड़छाड़ और गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। सिविल लाइंस थाने में दर्ज मामले में आईपीसी की धारा 308 (गैर-इरादतन हत्या), 341 (गलत तरीके से रोकना), 354बी (महिला का चीरहरण करने के उद्देश्य से बलप्रयोग), 506 (आपराधिक धमकी) और 509 (महिला का शीलभंग करने वाले शब्द, भंगिमा या कार्य) के तहत आरोप लगाये गये हैं।
 


स्वाति मालीवाल केस में बडा़ खुलासा, सीसीटीवी ब्लैंक शो हो रहा, फोन भी फ़ॉर्मेट कर दिया गया
नई दिल्ली । स्वाति मालीवाल से मारपीट के आरोप में गिरफ्तार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पीएस विभव कुमार को अदालत में पेश किया गया। तीस हजारी कोर्ट में शनिवार रात हुई सुनवाई में विभव को 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया। दिल्ली पुलिस ने 7 दिनों की रिमांड मांगी थी। तीस हज़ारी कोर्ट में दो घंटे तक दोनों पक्षों की तरफ से दलीलें पेश की गईं, इसके बाद अदालत ने अपना फैसला सुनाया। वहीं कल पुलिस कस्टडी की मांग को लेकर तीस हजारी कोर्ट में बहस हुई तो हैरान करने वाला खुलासा हुआ। पुलिस द्वारा ज़ब्त सीसीटीवी में घटना के दौरान का सीसीटीवी ब्लैंक शो हो रहा है और घटना के समय का सीसीटीवी नहीं मिला है।
दिल्ली पुलिस की ओर से पेश अतिरिक्त लोक अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने विभव कुमार की हिरासत पर बहस करते हुए कोर्ट को बताया, ‘हमने डीवीआर मांगा, वह पेन ड्राइव में दिया गयाज्फुटेज खाली पाई गई. पुलिस को आईफोन दे दिया गया है, लेकिन अब आरोपी पासवर्ड नहीं बता रहा है. फ़ोन को फ़ॉर्मेट कर दिया गया है।’ डीवीआर को डिजिटल वीडियो रिकॉर्डिंग के तौर पर जाना जाता है, जिसमें कैमरे की रिकॉर्डिंग स्टोर होती है। डीवीआर के लिए पुलिस ने नोटिस भी जारी किया था।
कल विभव की अरुणा आसफ अली सरकारी अस्पताल में उनकी मेडिकल जांच करवाई गई। मामले की जांच कर रही पुलिस सांसद स्वाति मालीवाल से मिलने उनके आवास पर पहुंची। सुनवाई के दौरान विभव के वकीलों ने अदालत को बताया कि पुलिस इस मामले में तथ्यों को तोड़-मरोड़ रही है। उन्होंने अदालत को यह भी बताया कि स्वाति मालीवाल बिना किसी पूर्व सूचना व अपॉइंटमेंट के मुख्यमंत्री आवास पहुंचीं। उन्होंने किसी को यहां आने का उद्देश्य भी नहीं बताया।

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