छत्तीसगढ़

04-May-2024 10:16:55 pm
Posted Date

बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने घर पर किए मतदान

सारंगढ़ बिलाईगढ़।  सारंगढ़ के बुजुर्ग 90 वर्षीय बिशन रूप अग्रवाल और सरिया के दिव्यांग दीपेश पटेल सहित जिले के चिन्हित कई बुजुर्ग और दिव्यांग ने घर पर मतदान दलों की उपस्थिति में होम वोटिंग 1 और 3 मई को किया। सारंगढ़ के बनियापारा निवासी 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला सुमन केशरवानी ने महिला होम वोटिंग के माध्यम से अपना मताधिकार का उपयोग की। उन्होंने कहा कि वोट देकर उन्हें बहुत खुशी हो रही है। उन्हें होम वोटिंग के माध्यम से घर पर ही मतदान कर लोकतंत्र के महापर्व में अपनी जिम्मेदारी निभाने का मौका मिला। इस हेतु उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग और मतदान अधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित की। इसी प्रकार सुमन केशरवानी की नातिन दिव्यांग पूजा केशरवानी ने आयोग की इस नई व्यवस्था को बहुत ही महत्वपूर्ण बताया। उन्होंनेे कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा शुरू किए गए इस नई व्यवस्था के फलस्वरूप अब देश का कोई भी मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने से वंचित नही होगा। होम वोटिंग के जरिए मताधिकार का सपना साकार हुआ। फुलझरिया पारा के दिव्यांग सौरभ केशरवानी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उनके लिए यह सुविधा बहुत लाभकारी है। बिना परेशानी के वे घर पर ही वोट देकर लोकतंत्र में अपनी भूमिका अच्छे से निभा रहे हैं।
मतदान के पश्चात खुशी जाहिर करते हुए सभी के परिजनों ने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिकों को घर पर मतदान की सुविधा देने बहुत ही अच्छी पहल है। हालाकि वे पहले मतदान केन्द्रों में मतदान करते थे। लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए हमें मतदान अवश्य करना चाहिये। अनेक शारीरिक रूप से अस्वस्थ मतदाताओं ने आसानी से अपने घर पर ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया। पिछले विधानसभा निर्वाचन के दौरान भी होम वोटिंग के माध्यम से उन्हें निर्वाचन में भाग लेने का अवसर मिला था। यह सुविधा मिलने से बुजुर्ग व्यक्तियो को बहुत सहारा मिलता है। मतदाता एवं उनके परिजनों ने  निर्वाचन आयोग की इस व्यवस्था को अत्यंत कारगर एवं उपयोगी बताया एवं इस अभिनव पहल की सराहना करते हुए धन्यवाद दिया।
उल्लेखनीय है कि शारीरिक असमर्थता तथा अति वृद्धावस्था के कारण बूथ तक पहुंचकर मतदान करने में असमर्थ लोगों ने डाक मत से होम वोटिंग के जरिये अपने मताधिकार का उपयोग किया और लोकतंत्र के महापर्व में अपनी भागीदारी दी। 85 वर्ष से अधिक आयु एवं दिव्यांगजनों ने अपने घर पर ही मतदान किया। उन्होंने निर्वाचन आयोग की इस सुविधा पर खुशी जताई। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा देश के हर एक नागरिक को मतदान में शामिल होने एवं  लोकतांत्रिक प्रक्रिया में उनकी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु  होम वोटिंग की सुविधा प्रारंभ की है, जिसका लाभ शारीरिक असमर्थता एवं वृद्धावस्था के कारण मतदान केन्द्र तक पहुँच पाने में असमर्थ अनेक बुजुर्ग तथा दिव्यांग मतदाता को मिल रहा है एवं वे अपने घर पर ही अपने मताधिकार का प्रयोग आसानी से कर पा रहे हैं। चिन्हाकिंत बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं ने होम वोटिंग किया

 

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