० मनकेली में सीआरपीएफ का ऑपरेशन और सिविक एक्सन की कदमताल
बीजापुर, 14 फरवरी । जिला मुख्यालय से आठ किमी दूर मनकेली गांव की नक्सलियों ने दो सौ से भी अधिक स्पाईक होल से किलेबंदी कर रखी थी और दो स्मारक भी बनाए थे। सिविक एक्सन प्रोग्राम के लिए गई सीआरपीएफ की 85 बटालियन ने आज दो स्मारकों को ढहा दिया और स्पाइक होल से सरिया और बांस की खपच्चियां निकाल, उन्हें निष्क्रिय कर इलाके को सुरक्षित किया।
सीआरपीएफ की 85 बटालियन के सीईओ सुधीर कुमार ने बताया कि मनकेली, चिलनार, काकेकोरमा एवं आसपास के गांवों में उनकी बटालियन ऑपरेशन और सिविक एक्सन प्रोग्राम चला रही है। आज काकेकोरमा, चिलनार, कोकरा और मनकेली में द्वितीय कमान अधिकारी हरविंदर सिंह की अगुवाई में सहायक कमाण्डेंट डॉ मनीर खान समेत जवान सिविक एक्सन और ऑपरेशन के लिए निकले थे, तभी मनकेली में एक गड्ढे में गाय मृत अवस्था में दिखाई दी। दरअसल ये स्पाईक होल में गिरी थी और उसकी इससे मौत हो गई थी। मनकेली, चिलनार और कोकरा गांवों को नक्सलियों ने 200 से अधिक स्पाईक होल से घेर रखा था। सबसे ज्यादा होल मनकेली गांव के चारों ओर थे। इसमें 4-5 फ ुट के नुकीले सरिए थे, बांस की खपच्चियां भी रखी गईं थीं। गड्ढे 5-6 फीट लंबे और 4 फीट गहरे थे। इनके उपर सूखी पत्तियां रखी गईं थी, जो जवानों को फांसने काफी थीं। जवानों ने सभी होल से नुकीले सरिया निकाले और इलाके को सुरक्षित किया।
नक्सली कमाण्डर के गांव में बिरयानी की दावत
नक्सलियों की गंगालूर एरिया कमेटी के सचिव विज्जा के गांव मनकेली में सिविक एक्सन प्रोग्राम के लिए पहुंचे सीआरपीएफ की 85 बटालियन के जवानों ने लोगों को कंबल, मच्छरदानियां, साड़ी, कंबल, बर्तन समेत कई सामान दिए। इससे गांव के लोग काफी खुश हुए। जवान अपने साथ बिरयानी भी ले गए थे, मनकेली के लोगों ने बिरयानी की दावत उड़ाई। उन्हें जवानों के साथ अच्छा लगा। द्वितीय कमान अधिकारी हरविंदर सिंह एवं सहायक कमाण्डेंट डॉ मनीर खान के साथ गए जवानों ने लोगों से उनकी तकलीफ पूछी। गांव में एक तालाब बन रहा था। जवानों ने तालाब निर्माण में लोगों का हाथ बंटाया। कमाण्डेंट सुधीर कुमार ने कहा कि लोगों के मन से भय दूर करना और उनकी मदद करने के ध्येय से ये कार्यक्रम निरंतर चलाया जा रहा है। काकेकोरमा में भी ऑपरेशन चलाया गया। ये गंगालूर एलओएस कमाण्डर दिनेश का गांव है। इस गांव से दर्जन भर होल से स्पाईक निकाले गए।