छत्तीसगढ़

13-Feb-2019 11:23:34 am
Posted Date

बंदियों की मौत पर घिरे गृहमंत्री

0-विस अध्यक्ष ने इस संबंध में प्रमाण सहित लिखित में मांग करने कहा
0-बसपा विधायक के साथ विपक्षी सदस्यों ने कहा आधी-अधूरी जानकारी सदन की अवमानना 

रायपुर, 13 फरवरी । विधानसभा में आज प्रश्नकाल के दौरान बहुजन समाज पार्टी के सदस्य विधायक केशव चंद्रा ने जेलों में निरुद्ध बंदियों के संबंध में गृहमंत्री तसम्रचज साहू से जानकारी मांगी। प्रश्र के जवाब में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि जेलों में बन्दियों की मृत्यु के संबंध में जानकारी दी। गृह मंत्री द्वारा दिए गए उत्तर से असंतुष्ट जांजगीर जिले के जेलों में बंदियों की मृत्यु की संख्या को लेकर प्रतिपक्ष के सदस्यों ने असन्तोष जताया। प्रतिपक्ष के सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष से मांग की इस उत्तर में संख्या को लेकर आ रहे विसंगति की जांच विधानसभा के  प्रश्न संदर्भ समिति से करवाई जाए । जिस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने व्यवस्था देते हुए कहा कि इसके लिए सदस्य आधे घंटे की चर्चा ले सकते हैं। 
गृहमंत्री ने मूल प्रश्न के उत्तर में विगत तीन वित्तीय वर्ष में प्रदेश के विभिन्न जिलों के जेल में बंदियों की मृत्यु के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया 2016-17 में प्रदेश के जिलों में बंद 53 कैदियों, वर्ष 2017. 18 में 57 कैदियों तथा वित्तीय वर्ष 2018.19 में 1 अप्रेल 2018 से 28 जनवरी 2019 तक कुल 44 कैदियों की मृत्यु हुई है। इस संबंध में उन्होंने जिलेवार आंकड़ा भी प्रस्तुत किया । 
अपने पूरक प्रश्न में विधायक के साथ चंद्रा ने 8 जनवरी को विचाराधीन कैदी गौरव तंबोली की जेल में हुई मृत्यु के संबंध में तथा इस संबंध में की जा रही कार्यवाही को लेकर प्रश्न उठाए। इस पर गृह मंत्री ने विस्तार से जानकारी दी कि आरोपी को कब जेल दाखिल किया गया किस तिथि को उसकी तबीयत खराब हुई। उन्होंने यह भी बताया कि जेल में उसके स्वास्थ्य की जेल के डॉक्टरों ने जांच की और उसकी मृत्यु के समय की भी जानकारी दी। गृहमंत्री ने कहा कि विधायक को यह भी पता है कि डॉक्टरों ने उसके शव का पोस्टमार्टम किया और इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई है। प्रतिपक्ष ने छत्तीसगढ़ के जिलों में कैदियों की व्यवस्था का प्रश्न उठाया । विधायक केशव चंद्रा ने कहा कि इस प्रकरण में जेलर की लापरवाही और जेल की खराब स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण कैदी गौरव तंबोली की मृत्यु हुई है। इस पर गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि इस प्रकरण की जांच के लिए उसके परिजनों ने आवेदन किया है इस संबंध में जिला दंडाधिकारी के द्वारा जांच कराई जाएगी। इस पर जोगी कांग्रेस के विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि दंडाधिकारी जांच का कोई मतलब नहीं है जब किसी जांच में लीपा-पोती करनी होती है तो उसकी दंडाधिकारी जांच कराई जाती है । उन्होंने कहा कि इसके लिए सदन समिति बनाकर मामले की जांच करवाएं । इस बीच विधायक केशवचंद्रा ने जांजगीर जिले में ही एक अन्य कैदी की मृत्यु का मामला इसी अवधि में होने की बात कही । उन्होंने उस कैदी का नाम भी सदन में देते हुए कहा कि मंत्री द्वारा दी गई जानकारी  आधी अधूरी है। प्रतिपक्ष ने इस बात पर गृहमंत्री को  उनके जवाब पर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रश्नों के उत्तर में गलत जवाब सदन की अवमानना है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से इस मामले की जांच विधानसभा प्रश्न संदर्भ समिति से कराए जाने की मांग की है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि विधायक इस संबंध में गृहमंत्री से आधे घंटे की चर्चा कर सकते हैं और उनके पास जो जानकारी है उसे वह जिम्मेदारी से उनके सामने रख सकते हैं। बीएसपी विधायक केशव चंद्रा के इस प्रश्न पर वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, धर्मजीत सिंह पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी सहित  प्रतिपक्ष ने सहभागिता की।

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