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16-Mar-2024 2:12:08 am
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चुनाव से पहले मोदी सरकार की बड़ी सौगात, देशभर में सस्ता हुआ पेट्रोल-डीजल

नईदिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार ने बड़ा ऐलान किया है. सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती का ऐलान किया है. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2-2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई है. नई कीमतें 15 मार्च 2024 सुबह 6 बजे से प्रभावी होंगी. 
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट कर कहा, पेट्रोल और डीजल के दाम में 2 रुपये की कमी करके देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि करोड़ों भारतीयों के अपने परिवार का हित और सुविधा सदैव उनका लक्ष्य है. 
उन्होंने महाकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता की पंक्तियां भी शेयर कीं. उन्होंने कहा, जब विश्व मुश्किल दौर से गुजर रहा था कि विकसित और विकासशील देशों में पेट्रोल के दामों में 50-72 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हुई और हमारे आसपास के कई देशों में तो पेट्रोल मिलना ही बंद हो गया तब भी 1973 के बाद आए पचास साल के सबसे बड़े तेल संकट के बावजूद पीएम मोदी के दूरदर्शी और सहज नेतृत्व के कारण मोदी के परिवार पर आंच नहीं आई. भारत में पेट्रोल के दाम बढऩे के बजाय पिछले ढ़ाई सालों में 4.65 प्रतिशत कम हुए!
हरदीप पुरी ने आगे लिखा, भारत में ईंधन की सप्लाई निरंतर बनी रही, सस्ते दामों पर बनी रही और हमारे कदम निरंतर हरित ऊर्जा की ओर भी बढ़ते रहे. यानि भारत ने ऊर्जा उपलब्धता, सामर्थ्य और स्थिरता को बरकरार रखा. भारत इकलौता ऐसा देश था जहां पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े नहीं, बल्कि कम हुए. हमने जहां से हुआ अपने देशवासियों के लिए तेल खरीदा. पीएम मोदी के प्रधानमंत्री बनने के पहले हम 27 देशों से कच्चा तेल खरीदते थे, लेकिन उनके नेतृत्व में अपने देशवासियों को सस्ता पेट्रोल, डीजल और गैस पहुंचाने के लिए इस दायरे को बढ़ाया और अब हम 39 देशों से मोदी के परिवार की जरूरतें पूरी करने के लिए कच्चा तेल खरीदते हैं. 
 हरदीप पुरी ने लिखा, 14 मार्च 2024 को रुपये के आधार पर भारत में पेट्रोल औसतन 94 प्रति लीटर है लेकिन इटली में 168.01- यानी 79 प्रतिशत अधिक; फ्रांस में 166.87 यानी 78 प्रतिशत अधिक; जर्मनी में 159.57 यानी 70 प्रतिशत अधिक और स्पेन में 145.13 यानी 54 प्रतिशत अधिक और ऐसे ही डीजल के दामों की तुलना कीजिए तो यदि भारत की औसत 87 प्रति लीटर है तो इटली में 163.21 यानी 88 प्रतिशत अधिक; फ्रांस में 161.57 यानी 86 प्रतिशत अधिक; जर्मनी में 155.68 यानी 79 प्रतिशत अधिक और स्पेन में 138.07 यानी 59 प्रतिशत अधिक! 

 

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