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15-Mar-2024 2:09:32 am
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भारतीय सेना की बढ़ेगी ताकत, 25 ध्रुव हेलिकॉप्टर की खरीद को मंजूरी; अपाचे का भी स्क्वाड्रन मिलेगा

नई दिल्ली । भारतीय सेना ने अपनी क्षमता में एक और बड़ा इजाफा किया है। आर्मी एविएशन कोर ने बुधवार को 25 नए एएलएच हेलिकॉप्टरों के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इसके साथ ही भारतीय सेना 15 मार्च को जोधपुर में अपने नए एएलएच ध्रुव लड़ाकू हेलिकॉप्टर स्क्वाड्रन का गठन भी कर रही है। ये स्क्वाड्रन पश्चिमी रेगिस्तानी क्षेत्र में अपनी लड़ाकू क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि करेगा।
रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को भारतीय सेना के लिए 25 नए एएलएच ध्रुव हेलिकॉप्टर प्राप्त करने के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। एएलएच ध्रुव एमके III यूटी (यूटिलिटी) हेलीकॉप्टर को खोज और बचाव, सैन्य परिवहन, आंतरिक कार्गो, रेकी/हताहत निकासी के लिए डिजाइन किया गया है।
रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना के लिए 25 और भारतीय तट रक्षक बल के लिए 09 यानी कुल 34 उन्नत हल्के हेलिकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव एमके III के अधिग्रहण के लिए 8073.17 करोड़ रुपये के संयुक्त मूल्य पर दो अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए हैं। भारतीय सेना का ये सौदा स्वदेशीकरण और रक्षा विनिर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
भारतीय सेना की आर्मी एविएशन कोर ने 15 मार्च को जोधपुर में अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टरों का अपना पहला स्क्वाड्रन भी तैयार किया है। भारतीय सेना के अधिकारी ने कहा है कि यूनिट के पहले हेलिकॉप्टर की इस साल मई में अमेरिका से आने की उम्मीद है। आपको बता दें कि भारतीय सेना ने अमेरिका से छह अपाचे हेलिकॉप्टर खरीदने के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। भारतीय वायु सेना ने इनमें से 22 अमेरिकी लड़ाकू हेलीकॉप्टर पहले ही हासिल कर लिए हैं।
प्रमुख खासियत
इसे किसी भी मौसम में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें लगा शक्ति इंजन इसे अधिकतम ऊंचाई तक परिचालन और अतिरिक्त पेलोड क्षमता को पूरा करने के उद्देश्यों को पूरा करता है। इसे पहाड़ी और दुर्गम व बीहड़ क्षेत्रों में भी तैनात किया जा सकता है।  एएलएच ध्रुव एमके III यूटी (यूटिलिटी) हेलीकॉप्टर को खोज और बचाव, सैन्य परिवहन, आंतरिक कार्गो, रेकी/हताहत निकासी के लिए डिजाइन किया गया है। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि इस हेलिकॉप्टर ने सियाचिन ग्लेशियर और लद्दाख जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अपना बेहतर प्रदर्शन साबित किया है। 
रात में भी ऑपरेशन को आसानी से दे सकता है अंजाम
 इस हेलीकॉप्टर की खासियत यह है कि ये रात में भी मिलिट्री ऑपरेशन को बहुत ही आसानी से अंजाम दे सकता है। इसके लिए हेलीकॉप्टर को ग्लॉस कॉकपिट और उन्नत एवियोनिक्स से लैस किया गया है। यह हर मौसम में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अपना जुड़वा शक्ति इंजनों की वजह से शानदार प्रदर्शन करने में सक्षम है। यह समुद्र तल से लेकर हिमालय की ऊंचाई तक और अत्यधिक तापमान में रेगिस्तानी क्षेत्रों के साथ खारे वायुमंडलीय स्थितियों में अलग-अलग ऊंचाइयों पर संचालने के लिए शानदार हेलीकॉप्टर है। 
हथियारों का इस्तेमाल करने में सक्षम
इस हेलीकॉप्टर के उन्नत संस्करणों में हथियारों का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। इसका उन्नत वर्जन एएलएच-रुद्र है,  जिसमें हेलमेट पॉइंटिंग सिस्टम (HPS), इलेक्ट्रो ऑप्टिक पॉड और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट से जुड़े सेल्फ-प्रोटेक्शन सिस्टम जैसे मिशन सिस्टम फिट किए गए हैं। रुद्र में 20 मिमी बुर्ज गन, 70 मिमी रॉकेट, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल और एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलें फिट की गई हैं। यह डिजिटल मूविंग मैप ऑन बोर्ड इनर्ट गैस जनरेशन सिस्टम से भी लैस है। अत्याधुनिक तकनीकों में ध्रुव हिंज लेस इंटरचेंजेबल मेन रोटर ब्लेड्स, बियरिंग लेस टेल रोटर ब्लेड्स, एंटी रेज़ोनेंस वाइब्रेशन आइसोलेशन सिस्टम और महत्वपूर्ण प्रणालियों के लिए निर्मित रिडंडेंसीज़ के साथ लैस है।
ध्रुव पर इन देशों का भी आया दिल
ध्रुव हेलीकॉप्टर की खासियत को देखते हुए लैटिन अमेरिका से लेकर अफ्रीका, पश्चिम और दक्षिण पूर्व एशिया के करीब 35 देशों इस पर फिदा हो गए हैं। कई देशों ने इसे खरीदने की इच्छा भी जाहिर की है। वहीं कई देशों ने इसका प्रदर्शन देखने के लिए भी आग्रह किया है। 

 

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