छत्तीसगढ़

11-Feb-2019 12:35:41 pm
Posted Date

अदानी फाउंडेशन के स्वच्छता अभियान छत्तीसगढ़ को 6.8 लाख विद्यार्थियों का समर्थन मिला

0 बिलासपुर जिले के 1700 से अधिक स्कूअलों ने स्वच्छता अभियान स्वमच्छा्ग्रह के लिये अदानी फाउंडेशन के साथ मिलाया हाथ 
0 छह लाख से अधिक विद्यार्थियों ने स्वच्छता की संस्कृवति विकसित करने का संकल्प किया

रायपुर, 11 फरवरी । अदानी फाउंडेशन की प्रमुख स्व्च्छरता पहल स्वंच्छाोग्रह, एक सामुदायिक संलग्न ता अभियान है। इसने छत्तीचसगढ़ के बिलासपुर जिले में अपने साफ-सफाई अभियान के लिये अधिकतम भागीदारी के लिये  स्टाभर बुक ऑफ रिकॉड्र्स में अपना नाम दर्ज कराया है। 
शहीद दिवस के अवसर पर 30 जनवरी 2019 को महात्माक गांधी की याद में, अदानी फाउंडेशन ने देश को स्वदच्छर करने हेतु एकसाथ मिलकर काम और सहयोग करने के लिये विद्यार्थियों को प्रोत्सादहित करने के लिये राज्य? की सबसे बड़ी सामुदायिक पहल की घोषणा की है। बिलासपुर जिले के 1728 स्कूहलों के 6,80,608 से अधिक विद्यार्थियों ने स्व च्छकता की संस्कृकति विकसित करने और देश को साफ रखने के लिये एकसाथ काम करने का संकल्पर लिया। 
सुशिलिन अदानी, ट्रस्टीह, अदानी फाउंडेशन ने कहा, ‘’साफ-सफाई की संस्कृकति निर्मित करने के हमारे मिशन की मशाल स्कूीली बच्चोंस के हाथों में है। स्वाच्छायग्रह एक आंदोलन है, जो समाज में सफाई और हाइजीन की दिशा में लोगों के व्यिवहार को बदलने पर फोकस करता है। मुझे बेहद खुशी है कि अदानी फाउंडेशन की इस देश-व्या पी पहल को इंडिया स्टाोर बुक ऑफ रिकॉड्र्स द्वारा सम्मािनित किया गया है।’’
स्वाच्छापग्रह – स्व च्छरता का सत्यामग्रह, एक व्यहवहार बदलने वाला शैक्षणिक प्रोग्राम है। यह अदानी फाउंडेशन की एक पहल है। स्व्च्छााग्रह की प्रेरणा आजादी के आंदोलन के दौरान महात्माय गांधी के नेतृत्वै वाले सत्यााग्रह से ली गई है। इसमें भारतीय मानसिकता, प्रतिष्ठाफ एवं आत्मद-सम्माान को ध्याृन में रखते हुये काफी धैर्य और दृ?ढ़ता के साथ काम किया जाता है। इसका लक्ष्या भारत के स्वएतंत्रता आंदोलन की तरह ही लोगों को प्रोत्सावहित करना और एक बदलाव लेकर लाना है, जहां पर लोग ‘साफ-सफाई की एक संस्कृ ति विकासित करने’ के लिये शामिल हो सकें। 
गंदगी दूर करने के व्य वहार और रवैये की जरूरत को दर्शाते हुये अदानी फाउंडेशन 20 राज्योंत में सफाई की संस्?कृति विकसित करने के लिये प्रयासरत है। 1,00,000 से अधिक स्वसच्छाृग्रहियों की एक टीम के साथ अदानी फाउंडेशन हर महीने 25,00,000 विद्यार्थियों तक पहुंचता है। 5,000 से अधिक स्कूालों के विद्यार्थियों और शिक्षकों के माध्य म से, इस मूवमेंट ने 35,00,000  से ज्या दा लोगों तक पहुंच स्थोपित की है। यह प्रोग्राम चार प्रमुख थीमों वेस्टध मैनेजमेंट एंड लिटरिंग, सैनिटेशन, पर्सनल हाइजीन और टॉयलेट एटिकेट्स पर फोकस करता है। 
प्रत्येयक स्वमच्छांग्रह स्कूिल में ‘प्रेरक’ होते हैं, जो स्वपच्छ ता अभियान की रणनीति बनाने और उसे लागू करने के लिये जिम्मेेदार शिक्षक हैं। स्कूगलों के 5वीं से लेकर 9वीं कक्षा के विद्यार्थी स्व च्छावग्रह दल का हिस्साय बनते हैं, जो नियमित तौर पर स्कू ल परिसर की जांच करते हैं और साथ ही अपने स्कू लों एवं आस-पड़ोस में नुक्क ड़ नाटकों, व्यं्ग्यत नाटकों और अन्यस पहलों के जरिये हाइजीन एवं साफ-सफाई के बारे में जागरूकता फैलाते हैं। 
अदानी फाउंडेशन के विषय में 
वर्ष1996 में स्था पित अदानी फाउंडेशन आज व्याोपक प्रसार के साथ 18 राज्योंक में परिचालन कर रहा है जिनमें देशभर के 2250 गांव और शहर शामिल हैं। उनके साथ प्रोफेशनल लोगों की टीम है जो नवाचार, जन भागीदारी और सहयोग के दृष्टिकोण से काम करती हैं। 
इसने 3.2 मिलियन से भी अधिक लोगों तक पहुंच बनाई है और चार मुख्य  क्षेत्रों- शिक्षा, सामुदायिक स्वा स्य्ें , स्था ई आजीविका का विकास और बुनियादी ढांचे का विकास के साथ सामाजिक पूंजी तैयार कर रहा है। अदानी फाउंडेशन गांवों और शहरों के समावेशी और स्थाीई विकास की दिशा में काम कर रहा है तथा इस तरह वह राष्ट्रर निर्माण में अपना योगदान दे रहे हैं।
अदानी ग्रप के विषय में 
अदानी ग्रुप भारत के अग्रणी व्याहपारिक घरानों में से एक है जिसका राजस्व  12 अरब डॉलर से अधिक है। वर्ष 1988 में स्थाअपित अदानी रिसोर्सेज, लॉजिस्टिक्सा, एनर्जी और एग्रो जैसे अहम औद्योगिक क्षेत्रों में व्या वसायों के साथ एक प्रमुख वैश्विक इंटीग्रेटेड इंफ्रास्ट्क्र्चएर कंपनी बन चुकी है। इसका एकीकृत मॉडल उभरती अर्थव्यमवस्थातओं की बुनियादी ढांचा चुनौतियों के बिल्कुसल अनुकूल है। अदानी ग्रुप की प्रगति और विजन हमेशा राष्ट्रऔ के निर्माण के विचार के अनुरूप रही है। 

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