छत्तीसगढ़

08-Feb-2019 11:25:44 am
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कर्ज माफ ी से किसानों में खुशी का माहौल : भूपेश बघेल

0-भिलाई-चरौदा नगर निगम के लिए 5 करोड़ रूपए की मंजूरी मुख्यमंत्री शामिल हुए नागरिक अभिनंदन समारोह में 
रायपुर, 08 फ रवरी । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि कर्ज माफी से किसानों में उत्साह और खुशी का माहौल है। मुख्यमंत्री ने कर्जमाफी किए जाने के निर्णय के बाद मैं लगातार किसानों से मिला हूँ। हमारे किसानों ने कई सपने देखे थे, लेकिन वे अपने सपने कर्ज की वजह से पूरा नहीं कर पा रहे थे। इस निर्णय से लाखों किसानों की छोटी-छोटी खुशियां पूरी हुई हैं और उन्हें अपने खेती-किसानी को आगे बढ़ाने के लिए अवसर मिला।  मुख्यमंत्री ने दुर्ग जिले के भिलाई में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में बताया कि अर्जुन्दा के एक किसान उनके पास आया और ग्यारह हजार रुपए का चेक मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिए प्रदान किया। उन्होंने कहा कि राज्य शासन की पहल से खेती-किसानी को संजीवनी मिली है। हम कर्ज के बोझ से बाहर हुए हैं तो किसान के रूप में मैंने भी अपना दायित्व समझते हुए मुख्यमंत्री सहायता कोष में यह सहायता राशि दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे छत्तीसगढ़ के अर्थव्यवस्था को भी संजीवनी मिली है, क्योंकि बाजार की ताकत किसान से है। किसान की आर्थिक स्थिति खराब होने का बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अभिनंदन समारोह में नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने भी संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप भिलाई-चरौदा नगर निगम के विकास के लिए 5 करोड़ रुपए की राशि दी जाएगी। डॉ. डहरिया ने कहा कि छत्तीसगढिय़ा माटी पुत्र मुख्यमंत्री बने हैं। अब हमारे पुरखों के सपने पूरे होंगे। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्र कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि दुर्ग-भिलाई तथा किसानी और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में मुख्यमंत्री इतनी बातें जानते हैं कि कई बार मैं चकित हो जाता हूँ। यह लोगों से उनके गहरे जुड़ाव की वजह से ही संभव हो पाया है। उन्होंने किसानों की कर्जमाफी और 2500 रुपए धान का समर्थन मूल्य जैसे वायदे पूरे किए। नागरिक अभिनंदन में स्वागत भाषण  तुलसी साहू ने किया। मुख्यमंत्री ने दिवाकर बहनों का भी सम्मान किया।
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भिलाई-3 की गलियां गोकुल जैसी
समारोह में मुख्यमंत्री बघेल ने भिलाई-3 से जुड़े अपने बचपन की यादें भी साझा की। उन्होंने बताया कि इस जगह जहां सभा हो रही है वो खेले थे और अब बचपन की निशानी एक ईमली का पेड़ ही बचा है जो सामने दिख रहा है। भिलाई स्टील प्लांट बनने के बाद तेजी से यहां बसाहट हुई और आबादी इतनी ज्यादा बसी कि यहां काफी कम जगह सार्वजनिक कार्यों के लिए बची है। बघेल ने बताया कि किस तरह यहां पेयजल की दिक्कत दूर करने की पहल उन दिनों उन्होंने की थी। 
पहली बार मंत्री बने थे तो हर घर में चौक पूरे गए थे
बघेल ने कहा कि भिलाई-3 में मुझे बहुत स्नेह मिला। जब मैं पहली बार मंत्री बनकर यहां लौटा था तो पूरे यहां के हर घर में माताओं-बहनों ने चौक पूरे थे। मैं स्वागत से अभिभूत था। ऐसा अभूतपूर्व स्वागत मैंने जीवन में कहीं नहीं देखा था। 
महीने भर के भीतर प्रदेश में 10 हजार प्लाट की रजिस्ट्री
बघेल ने कहा कि लोग बहुत परेशान थे। छोटे प्लाट की रजिस्ट्री पर प्रतिबंध था। राज्य शासन द्वारा यह प्रतिबंध हटाया गया और दस हजार प्लाट की रजिस्ट्री हुई है। 
शिकायतें मुख्यमंत्री तक नहीं पहुंचना कलेक्टरों का लिटमस टेस्ट
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के गठन का उद्देश्य यह था कि लोगों को भोपाल तक न जाना पड़ा। उनकी समस्याएं स्थानीय मुख्यालय स्तर पर ही हल हों। हमने कलेक्टरों को यही कसौटी दी है कि किस कुशलता से वे जनता की समस्या का निराकरण करते हैं ताकि उन्हें मुख्यमंत्री के पास अपना आवेदन लेकर आने की जरूरत न पड़े। यह उनका लिटमस टेस्ट है।

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