कोरबा 7 फरवरी। राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा सप्ताह के दौरान पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा द्वारा इंदिरा स्टेडियम स्थित ऑडीटोरियम में मिशन-रोड सेफ्टी सडक़ सुरक्षा दीप के रूप में सडक़ सुरक्षा-जीवन रक्षा विजन को साकार करने सेमीनार का आयोजन किया गया। विश्व एवं भारत में दुर्घटना मृत्यु तथा छत्तीसगढ़ व कोरबा जिला के दुर्घटनाओं में होने वाले मृत्यु के संबंध में जानकारी दी गयी। दुर्घटना सेे होने वाले मृत्यु में किस तरह से कमी लाया जा सकता है, इस हेतु कौन-कौन सहयोग कर सकते हैं, के संबंध में विस्तृत जानकारी गई।
श्री मीणा ने बताया कि भारत में लगभग डेढ़ लाख लोगों की दुर्घटना में मृत्यु होती है तथा छत्तीसगढ़ में वर्ष 2017 तक लगभग 4,000 लोग एवं वर्ष 2018 में लगभग 4,500 व्यक्तियों की सडक़ दुर्घटना में मृत्यु हुई है। इसी प्रकार कोरबा जिला में वर्ष 2017 में 243 एवं वर्ष 2018 में 187 व्यक्तियों की सडक़ दुर्घटना से मृत्यु हुई है। इस संबंध में डॉ. पीएस सिसोदिया मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा दुर्घटनाओं के कारण हो रही मृत्यु पर रोकथाम हेतु दुर्घटना हो जाने पर घायल को प्राथमिक उपचार हेतु तत्काल नजदीकी अस्पताल पहुंचाये जाने व विलंब होने से आहत की जान चली जाती है, इस संबंध में जानकारी दी गई। कार्यक्रम में मुख्यत: जयप्रकाश बढ़ई अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, गौरव साहू जिला परिवहन अधिकारी, संजय गुप्ता प्राचार्य एण्डस स्कूल दीपका, संजय साहू रक्षित निरीक्षक, एसएस पटेल थाना प्रभारी यातायात, आरपी शर्मा थाना प्रभारी कोतवाली, पीके सिंह थाना प्रभारी बालको, भुनेश्वर कश्यप सूबेदार रक्षित केंद्र, थाना के चौकी स्टॉफ एवं 250 स्कूली शिक्षक, स्काउट-गाईड, एनसीसी कैडेट के लगभग 300 छात्र-छात्राएं सम्मिलित हुए। शिक्षकों एवं स्काउड गाईडों को अपने सहपाठियों व स्कूलों में यातायात जागरूकता के संबंध में जानकारी दिये जाने प्रोत्साहित किया गया।