0-विडियो वायरल
गुवाहाटी ,02 फरवरी । असम में नागरिकता (संशोधन) विधेयक, 2016 को लेकर चल रहा विरोध-प्रदर्शन अब फूहड़ता के दौर में पहुंच गया है। शुक्रवार को वायरल हुए एक रैप विडियो में तीन प्रदर्शनकारी नग्न होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के विरोध में नारेबाजी करते नजर आ रहे हैं। असम के वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा ने इस नग्न प्रदर्शन को राज्य की संस्कृति के खिलाफ बताया है।
रैपर राहुल राजखोआ ने यह विडियो अपलोड किया जो जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। विडियो में नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर असम के लोगों का गुस्सा दिखाया गया है। इसके अलावा जेएनयू के बुद्धिजीवी प्रस्तावित विधेयक से असम और उत्तर-पूर्वी राज्यों के सामाजिक सौहार्द, पारिस्थितिकी और जनसांख्यिकी पर पडऩे वाले प्रभाव पर सवाल उठाते नजर आ रहे हैं।
कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के तीन प्रदर्शनकारियों ने राज्य सचिवालय कॉम्प्लेक्स के सामने नग्न होकर प्रदर्शन किया और जमकर नारे लगाए। पुलिसकर्मियों ने तुरंत दौडक़र प्रदर्शनकारियों को कंबल से ढंक दिया। इन लोगों को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि असम की बीजेपी सरकार राज्य के लोगों को उनकी पहचान, संस्कृति और भाषा से वंचित रखने का प्रयास कर रही है। हम लोगों ने इसी के खिलाफ नग्न होकर सांकेतिक प्रदर्शन किया है।
रैपर राहुल राजखोआ कहते हैं, इस विधेयक के बारे में असम और पूरे देश की जनता को बताने के लिए मैंने रैप लिखा और यह विडियो बनाया। मैं पहले असमी में गाना लिख रहा था पर बाद में मुझे लगा कि इसे सिर्फ असम के लोग ही समझ पाएंगे और अन्य राज्यों के निवासी अछूते रह जाएंगे इसलिए अंग्रेजी में रैप बनाया। अन्य राज्यों के अधिकांश लोगों को मालूम ही नहीं है ये कैसा विधेयक है और लोग क्यों इसका विरोध कर रहे हैं। अब विडियो वायरल होने के बाद लोग मुझे फोन कर इस बिल के बारे में जानने का प्रयास कर रहे हैं।