छत्तीसगढ़

01-Feb-2019 12:02:04 pm
Posted Date

नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी के संरक्षण और संवर्धन में सभी विभागों की होगी समन्वित भागीदारी : कमिश्नर

० कमिश्नर ने संभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की
० सभी अधिकारी-कर्मचारियों को अपने निर्धारित मुख्यालयों में रहने के दिए निर्देश

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रायपुर, 01 फरवरी । रायपुर संभाग के कमिश्नर  जी.आर.चुरेन्द्र ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की मंशा के अनुरूप नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी के संरक्षण और संवर्धन में सभी विभागों की समन्वित भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी ताकि इसका अधिक से अधिक लाभ जनसामान्य को मिल सके।  चुरेन्द्र ने आज यहां संभाग आयुक्त कार्यालय में विभिन्न विभागों के संभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को अपने निर्धारित मुख्यालयों में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिए है।
कमिश्नर  चुरेन्द्र ने कहा कि आमजनों की समस्याओं के निराकरण के लिए बाजार चौपाल की शुरूआत की गई है। इसमें संबंधित क्षेत्र के मैदानी अमला अनिवार्य रूप से उपस्थित रहे। इसी तरह पंचायती राज व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए ग्राम विकास एवं न्याय समिति के गठन के निर्देश सभी जिलों को दिए गए है। जल, जंगल, जमीन और खनिज संपदा के संरक्षण और संवर्धन के लिए विशेष पहल की जाए। छोटे-छोटे नरवा और नदी के बंधान के लिए व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कुंआ और डबरी निर्माण के कार्य प्राथमिकता से किए जाएं। गर्मी में किसानों को धान के स्थान पर दलहन, तिलहन, सब्जी और मक्का आदि लेने के लिए प्रेरित किया जाए। किसानों को खेती के साथ-साथ पशुपालन, मछलीपालन और उद्यानिकी फसलों के लिए प्रेरित किया जाए ताकि अधिक आमदनी प्राप्त कर सके। हैण्डपंप के पास सोख्ता गड्डा के बदले वहां एक छोटी टंकी बनायी जाए जिससे गाय-भैंस पानी पी सके। वनाधिकार पत्रों के संबंध में प्राप्त दावों जो निरस्त किए गए है उनके पुनरीक्षण के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। स्कूल और आंगनबाड़ी परिसरों सहित लोगों को बाड़ी में लगाने के लिए नि:शुल्क फलदार पौधे प्रदान किए जाएं ताकि उसका लाभ वो उठा सकें। इसके लिए मनरेगा और विभागीय योजना से नर्सरी तैयार की जाएं।                                          
कमिश्नर ने कहा कि संभागीय अधिकारी नियमित रूप से अपने प्रभार के जिलों में संचालित योजनाओं की मॉनिटरिंग करें और उनके क्रियान्वयन में कहीं भी कोई दिक्कत है तो आपसी समन्वय और विशेष पहल कर उनका निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी कार्यालयों में बेहतर कार्य संस्कृति बनाए, सभी अधिकारी-कर्मचारी टीम भावना से काम करें और कर्मचारियों के कौशल उन्नयन और क्षमता विकास के लिए विशेष पहल की जानी चाहिए ताकि समय पर कार्यो को पूरी दक्षता से पूर्ण किया जा सके। कमिश्नर ने कहा कि कार्यालयों का प्रबंधन सुव्यस्थित हो, सभी नस्तियां पंजीकृत की जाएं और समय-सीमा में उन पर कार्यवाही हो। कार्यालयों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए और सप्ताह में एक दिन इसके लिए श्रमदान किया जाए। कर्मचारियों के क्लेम दावों और पेंशन प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण सुनिश्चित किया जाए। बैठक में उप आयुक्त  आनंद मसीही, उप आयुक्त मती सरिता तिवारी सहित वन, कृषि, स्वास्थ्य, पीएचई, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, सर्व शिक्षा अभियान के संभागीय और सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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