व्यापार

25-Sep-2023 3:24:55 am
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विदेशी निवेशकों का बिकवाली का दौर जारी, सितंबर में अब तक निकाले 10,000 करोड़ रुपये

नई दिल्ली । विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने सितंबर के पहले तीन हफ्तों में लगातार शेयरों को बेचा है। एफपीआई ने सितंबर महीने में अभी तक भारतीय इक्विटी से 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है। इसका मुख्य कारण बढ़ती अमेरिकी ब्याज दरें, मंदी की आशंकाएं और अधिक मूल्यवान घरेलू स्टॉक हैं।
इस आउटफ्लो से पहले एफपीआई मार्च से अगस्त तक लगातार 6 महीनों से भारतीय इक्विटी खरीद रहे थे। इस अवधि में उन्होंने 1.74 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। क्रेविंग अल्फा के स्मॉलकेस, मैनेजर और प्रिंसिपल पार्टनर मयंक मेहरा का मानना है कि अगले महीने से एफपीआई शेयर बाजार में निवेश करना शुरू कर सकती है।
डिपॉजिटरी के आंकड़ें
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार सितंबर में अब तक 15 कारोबारी दिनों में एफपीआई 11 दिनों में 10,164 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की है। इस आंकड़े में प्राथमिक बाजार के माध्यम से थोक सौदे और निवेश शामिल हैं।
इस महीने अब तक यानी 22 सितंबर तक कुल 10,164 करोड़ रुपये की निकासी हुई है। वहीं पिछले कारोबारी हफ्ते में एफपीआई ने 4,700 करोड़ रुपये से अधिक निकाले थे। एफपीआई द्वारा की गई निकासी के बाद अगस्त महीने में भारत की इक्विटी चार महीने के निचले स्तर 12,262 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
एफपीआई ने किस सेक्टर से निकाला ज्यादा पैसा
वहीं, समीक्षाधीन अवधि में एफपीआई ने देश के डेट मार्केट में 295 करोड़ रुपये का निवेश किया। इसके साथ ही इस साल अब तक इक्विटी में एफपीआई का कुल निवेश 1.25 लाख करोड़ रुपये और डेट बाजार में 28,476 करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया है।
क्षेत्रीय आंकड़ों से पता चला कि 15 सितंबर तक, खनन, बिजली, सेवाओं, तेल और दूरसंचार में सबसे अधिक बहिर्वाह दर्ज किया गया। वहीं, वित्तीय सेवाओं, पूंजीगत खाद्य पदार्थों, उपभोक्ता सेवाओं, आईटी और रियल्टी जैसे सेक्टर ने संचयी खरीदारी को आकर्षित किया।

 

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