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11-Sep-2023 2:59:05 am
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बायोफ्यूल एलाइंस से भारत समेत जी20 देशों के लिए पैदा होंगे 500 अरब डॉलर के अवसर : रिपोर्ट

नई दिल्ली   । बायोफ्यूल एलाइंस अगले तीन वर्षों में जी20 देशों के लिए 500 अरब डॉलर के अवसर पैदा करेगा। ये कहना है इंडियन बायोगैस एसोसिएशन का। साथ ही कहा कि यह जी20 देशों के साथ पर्यावरण के लिए भी अच्छा है। आईबीए की ओर से इसके लिए एक स्टडी की गई, जिसमें बताया गया कि अगले तीन वर्षों में 500 अरब डॉलर के अवसर पैदा हो सकते हैं।
जी20 की अध्यक्षता कर रहा भारत
ये स्टडी ऐसे समय पर सामने आई है। जब भारत जी20 की अध्यक्षता कर रहा है। बायोगैस की मदद से 200 अरब डॉलर के अवसर पैदा हो सकते हैं। अन्य एनर्जी विकल्पों के मुकाबले इसमें निवेश की कम आवश्यकता होगी,क्योंकि इसके लिए कच्चा माल आसानी से मिल जाता है।
जैविक ईंधन को रिप्लेस करने की क्षमता
बायोएनर्जी/बायोगैस में सैद्धांतिक रूप से जैविक ईंधन को रिप्लेस करने की क्षमता है। इसके ट्रांसपोर्ट सेक्टर को कार्बन मुक्त करने में मदद मिलेगी।
हालांकि, स्टडी में बताया गया कि बायोगैस इंडस्ट्री को बढ़ाने के लिए शुरुआत में करीब 100 अरब डॉलर के निवेश की आवश्यकता है।
2016 में जी20 की ओर से रिन्यूएबल एनर्जी को आगे बढ़ाने के लिए एक ऐच्छिक एक्शन प्लान बनाया गया था। इसके बाद भारत ने रिन्यूएबल एनर्जी में काफी बढ़त हासिल की है। ओवरऑल एनर्जी मिक्स में रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता 22 प्रतिशत की सीएजीआर की मदद से बढ़ाया गया है। पिछले एक दशक में भारत ने सोलर एनर्जी क्षमता को 20 गुना बढ़ाया है।
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार, देश में वर्तमान बायोगैस और सीबीजी उत्पादन 1151 मीट्रिक टन प्रति दिन है और एक अनुमान के मुताबिक, यह वर्ष 2025 तक 1750 मीट्रिक टन प्रति दिन तक जा सकता है।

 

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