छत्तीसगढ़

29-Jun-2018 12:35:27 pm
Posted Date

सौ साल पार वाले वोटरों का होगा सत्यापन

रायपुर। छत्तीसगढ़ में आने वाले नंवबर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, इसको लेकर चुनाव आयोग की तैयारी जारी हैं। छत्तीसगढ़ में ऐसे 3,630 मतदाता हैं, जिनकी आयु 100 साल से अधिक है और राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर निर्वाचन आयोग उनका सत्यापन करवा रहा है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुब्रत साहू ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। राज्य में ऐसे मतदाताओं की संख्या, जिनकी आयु 100 वर्ष से अधिक है, उनका सत्यापन किया जा रहा है। सत्यापन में कुछ की मृत्यु और कुछ की उम्र की गलत प्रविष्टि पाई गई है। राज्य में सौ वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या अभी 3,630 है।
साहू ने बताया कि राज्य में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 51 सामान्य, अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित 10 और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित 29 सीट हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में वर्तमान में एक करोड़, 81 लाख, 52 हजार 143 मतदाता हैं। जिनमें से पुरूष मतदाताओं की संख्या 91 लाख, 34 हजार, 816 तथा महिला मतदाताओं की संख्या 90 लाख, 16 हजार 517 है। राज्य में 810 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य में मतदाता सूची का द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 31 जुलाई से प्रारंभ होगा जो 21 अगस्त तक चलेगा। वहीं मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 27 सितंबर को किया जाएगा, इस सूची के आधार पर विधानसभा चुनाव होगा। साहू ने बताया कि राज्य में ईवीएम से निर्वाचन होगा, साथ ही वोटर वेरिफिएबल पेपर आडिट ट्रेल का भी उपयोग किया जाएगा। मशीनों से छेड़छाड़ के सवाल के जवाब में साहू ने बताया कि मशीनों से छेड़छाड़ या हैकिंग संभव नहीं है, इससे किसी भी प्रकार से डाटा का ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 के लिए राज्य के 27 में से 19 जिलों में श्वङ्करू मुहैया करा दी गई है। शेष 8 जिलों में जल्द ही अर्थात हफ्ते भर के भीतर श्वङ्करू पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक 35150 बैलेट यूनिट और 29300 कंट्रोल यूनिट छत्तीसगढ़ निर्वाचन कार्यालय को प्राप्त हुई है श्वङ्करू हैकिंग को लेकर आयोग ने साफ किया है कि इसकी कोई दूर-दूर तक गुंजाइश ही नहीं है। क्योंकि श्वङ्करू डाटा ट्रांसफर की सुविधा ही नहीं है। इसलिए यह पूरी तरह से सुरक्षित है। इस बार ङ्कङ्कक्क्रञ्ज के प्रयोग से श्वङ्करू काफी आधुनिक बताई जा रही है। आयोग के मुताबिक, वोटर सात सेकंड तक अपने द्वारा डाले गए वोट के चुनाव चिन्ह को देख पाएगा। यही नहीं पर्ची निकलने के बाद किसी भी तरह की त्रुटि होने पर मतदान अधिकारी के पास वो शिकायत दर्ज करा सकेगा। यदि गंभीर त्रुटि पाई गई तो मतदाता को दोबारा मतदान करने की पात्रता भी दी जाएगी।
30 अगस्त तक होंगे तबादले : भारत निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ सरकार को 30 अगस्त तक ऐसे कर्मचारियों और अधिकारीयों के तबादले करने के निर्देश दिए है ,जो लंबे समय से एक ही स्थान पर पदस्थ है। ऐसे भी कर्मियों के ट्रांसफर के निर्देश मिले है जो अपने गृह जिले कार्यरत है।

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