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23-Jan-2019 11:48:20 am
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गणतंत्र दिवस परेड में कम भागीदारी से खफा पैरामिलिट्री!

नई दिल्ली,23 जनवरी । गणतंत्र दिवस की परेड में सीमा को सुरक्षित रखने वाली पैरामिलिट्री की अधिकतर टुकड़ी अपना जौहर नहीं दिखा सकेगी। बीएसएफ के अलावा सीआईएसएफ, आईटीबीपी और एसएसबी के जवानों को भी इस बार परेड में जगह नहीं दी गयी है। सालों बाद गणतंत्र दिवस की परेड में पैरामिलिट्री की इतनी कम भागीदारी होगी।
इस बार केवल सीआरपीएफ को परेड में जगह दी गयी है। हालांकि इसके लिए सरकार रोटेशन सिस्टम और समय की कमी को जिम्मेदार बता रही है। ज्ञात हो कि पिछले साल बीएसएफ की सीमा भवानी के नेतृत्व वाली महिला बाइकर की टीम परेड का मुख्य आकर्षण रही थी और उन्हें अपने करतब के लिए खूब वाहवाही भी मिली थी।
सूत्रों के अनुसार इस बात को लेकर बीएसएफ के अंदर काफी निराशा है। बीएसएफ के अधिकारियों ने कहा कि सेना के बाद सबसे अधिक बीएसएफ के जवान ही शहीद हुए हैं और उनके 1800 से अधिक जवान देश की हिफाजत में शहीद हो चुके हैं। ऐसे में उनकी अपेक्षा थी कि इस मौके पर वे देश के सामने अपनी ताकत-क्षमता के बारे में बता सकेंगे।
बीएसएफ की बैंड टीम परेड में शामिल 
सूत्रों के अनुसार सीआईएसएफ को इस साल गणतंत्र दिवस की परेड में जगह मिलने की सबसे अधिक उम्मीद थी क्योंकि इस साल उनके सफर का पचास साल पूरा हो रहा था। पूरे देश में मेट्रो और एयरपोर्ट की सुरक्षा संभालने वाली इस फोर्स ने तो परेड के लिए पूरी तैयारी भी कर ली थी। लेकिन अंतिम समय में उन्हें भी परेड में जौहर दिखाने का मौका नहीं मिला। हालांकि गणतंत्र दिवस परेड में बीएसएफ की बैंड टीम जरूर शामिल हो रही है लेकिन उनके जवानों का कहना है कि जिस तरह देश की सीमा को सुरक्षित रखने वाला सबसे बड़ा दस्ता उनका है, उस हिसाब से उन्हें उचित प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसमें कोटा सिस्टम नहीं होना चाहिए. उनकी पहचान सिर्फ बैंड टीम से ही नहीं है।
विरोध में उतरे संगठन 
गणतंत्र दिवस के परेड में कम जगह मिलने से नाराज एक्स पैरामिलिट्री फोर्स वेलफेयर असोसिएशन ने सरकार के इस कदम की आलोचना की है। संगठन के महासचिव रणवीर सिंह ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब पैरामिलिट्री को उसके हक से वंचित किया गया है। चाहे शहीदों का दर्जा दिये जाने का मामला हो या वन रैंक वन पेंशन देने का मामला, सरकार ने लगातार उनकी मांगों की उपेक्षा की है। इसके विरोध में संगठन 3 मार्च को जंतर-मंतर पर काला दिवस मनाएगा।

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