व्यापार

22-Jan-2019 9:32:56 am
Posted Date

आईएलऐंडएफएस के पावर प्लांट के बैड असेट में बदलने का खतरा मंडराया

मुंबई ,22 जनवरी । वित्तीय मुश्किलों में फंसे आईएलऐंडएफएस के एक पावर प्लांट के सामने ‘गुड’ एसेट से ‘बैड’ में बदलने का खतरा पैदा हो गया है। कोर्ट के कर्ज के भुगतान पर रोक लगाने से लेंडर्स कंपनी को मिल रहे फंड का इस्तेमाल नहीं कर सकते और इस वजह से बैंक इसे और वर्किंग कैपिटल नहीं देना चाहते।
आईएलऐंडएफएस को कैश फ्लो हासिल कर रहे अच्छे एसेट्स के फंड्स का इस्तेमाल करने की भी अनुमति नहीं है और इस वजह से इसके ये असेट्स भी नुकसान में जा सकते हैं। आईएलऐंडएफएस ने अपनी ट्रस्टीशिप को कर्ज चुकाने के लिए एस्क्रो एकाउंट से और रकम निकालने को बंद करने के लिए पत्र लिखा है। कंपनी के एक एग्जिक्यूटिव ने अपना नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया, ‘लोन चुकाने और लोन से संबंधित अन्य मामलों पर लेंडर्स से बातचीत की जा रही है।’
नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्राइब्यूनल (एनसीएलएटी) के कर्ज के भुगतान पर मोराटोरियम के पक्ष में फैसला देने के बाद आईएलऐंडएफएस ग्रुप कंपनियां और स्पेशल पर्पज व्हीकल कुछ कंपनियों से कैश फ्लो मिलने के बावजूद लेंडर्स को भुगतान नहीं कर रहे। एनसीएलएटी ने अगले आदेश तक मोराटोरियम की अनुमति दी है। इस मामले की अगली सुनवाई 28 जनवरी को होगी।

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