व्यापार

24-Jul-2023 4:34:20 am
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पेटीएम ने लगातार तीन तिमाहियों में कमाया मुनाफा !

नई दिल्ली  । भारत की अग्रणी भुगतान और वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम ने एक और प्रभावशाली तिमाही वृद्धि दिखाई है। इसने साल-दर-साल 39 प्रतिशत की बंपर राजस्व वृद्धि दर्ज की है, जिससे वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में इसका राजस्व 2,342 करोड़ रुपये हो गया है। यह जीएमवी में वृद्धि, मर्चेंट सब्सक्रिप्शन रेवेन्यू और प्लेटफ़ॉर्म पर पंजीकृत ऋणों की वृद्धि से हासिल हुआ है।
ईएसओपी से पहले पेटीएम का ईबीआईटीडीए (अर्निंग्स बिफोर इंट्रेस्ट, टैक्स, डेप्रिसिएशन एंड अमॉर्टाइजेशन) सालाना आधार पर 359 करोड़ रुपये से बढक़र 84 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में यह 52 करोड़ रुपये (यूपीआई प्रोत्साहन को छोडक़र) था। वित्त वर्ष 24 में, पेटीएम ने अपने योगदान लाभ को सालाना आधार पर 80 प्रतिशत बढ़ाकर 1,304 करोड़ रुपये कर दिया। योगदान मार्जिन में वृद्धि और मुनाफा में लगाता , ईएसओपी मार्जिन से पहले ईबीआईटीडीए भी 4 प्रतिशत तक सुधर गया।
पिछले एक साल में, कंपनी का मर्चेंट ग्राहक आधार जून 2023 तक दोगुना से अधिक 79 लाख हो गया और इसका मर्चेंट आधार 3.6 करोड़ तक बढ़ गया, जो कि पेटीएम साउंड बॉक्स और पेटीएम कार्ड मशीन जैसे इसके अग्रणी उपकरणों के लिए एक मजबूत वृद्धि है। शुद्ध भुगतान मार्जिन में वृद्धि और ऋण वितरण व्यवसाय में वृद्धि के साथ, कंपनी का योगदान मार्जिन इस तिमाही में बढक़र 56 प्रतिशत हो गया, जो सालाना आधार पर 12 प्रतिशत की वृद्धि है।
वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही के लिए इसकी भुगतान सेवाओं का राजस्व सालाना आधार पर 31 प्रतिशत बढक़र 1,414 करोड़ रुपये हो गया।
मर्चेंट पेमेंट में अग्रणी होने के नाते, पेटीएम लगातार लोकप्रियता हासिल कर रहा है और प्रति डिवाइस प्रति माह 100 रुपये से 500 रुपये तक की कमाई करता है। इस बीच, वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में वितरित व्यापारी ऋणों की संख्या में सालाना आधार पर 141 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि मर्चेंट लोन का मूल्य सालाना आधार पर 232 प्रतिशत बढक़र 2,744 करोड़ रुपये हो गया।
पेटीएम द्वारा दी जाने वाली वित्तीय सेवाओं से राजस्व में बंपर वृद्धि देखी गई, जो साल-दर-साल 93 प्रतिशत बढक़र 522 करोड़ रुपये हो गई। कंपनी की आक्रामक व्यवसाय विकास रणनीति में ऋण वितरण के साथ, वितरित ऋण का मूल्य सालाना आधार पर 167 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 14,845 करोड़ रुपये रहा।
पेटीएम द्वारा वितरित पोस्टपेड ऋणों की संख्या में सालाना आधार पर 49 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि पोस्टपेड ऋणों के मूल्य में सालाना आधार पर 138 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
पर्सनल लोन के तहत पेटीएम ने सालाना 128 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की, जो साल-दर-साल 202 प्रतिशत बढक़र 4,062 करोड़ रुपये हो गया।
पेटीएम प्लेटफॉर्म के जरिए लोन लेने वाले यूनिक बॉरोअर्स की कुल संख्या 49 लाख से बढक़र 1.06 करोड़ हो गई।
ग्राहक जुड़ाव में वृद्धि के साथ, भारत में उपभोक्ताओं के लिए मोबाइल भुगतान को अपनाना जारी रहने के कारण वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में इसके औसत मासिक लेनदेन यूजर्स (एमटीयू) 23 प्रतिशत बढक़र 9.2 करोड़ हो गए।
पेटीएम का सक्रिय उपयोगकर्ता आधार महत्वपूर्ण अपसेल अवसर प्रदान करता है, जिससे व्यवसाय को मुद्रीकरण के पर्याप्त अवसर मिलते हैं। वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में, वाणिज्य और क्लाउड राजस्व सालाना आधार पर 22 प्रतिशत बढक़र 405 करोड़ रुपये हो गया।
इसके अलावा, ईएसओपी से पहले सकारात्मक ईबीआईटीडीए, कार्यशील पूंजी में सुधार और ब्याज आय के कारण, जून 2023 को समाप्त तिमाही तक इसका नकद शेष बढक़र 8,367 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि मार्च 2023 को समाप्त तिमाही में यह 8,275 करोड़ रुपये था।
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