छत्तीसगढ़

21-Jan-2019 12:35:59 pm
Posted Date

एसईसीएल को भी जल्द मिलेंगे चिकित्सक

कोरबा 21 जनवरी । कोल इंडिया लिमिटेड के निदेशक कार्मिक औद्योगिक संबंध आरपी श्रीवास्तव ने कहा कि पूरे हिंदुस्तान में डॉक्टर की कमी है, रिपोर्ट में खास तौर पर पब्लिक सेक्टरों में ज्यादा कमी पाई गई है। इसकी मुख्य वजह चिकित्सक दूरदराज व ग्रामीण क्षेत्र में रह कर कार्य नहीं करना चाहते। एसईसीएल को भी जल्द 60 चिकित्सक मिलेंगे। स्थानीय चिकित्सकों के साथ अनुबंध कर कर्मियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
एसईसीएल के एक दिवसीय प्रवास पर पहुंचे सीआइएल के डी पी श्रीवास्तव ने कोरबा क्षेत्र के मुड़ापार स्थित हॉस्पिटल का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि लगभग चार सौ चिकित्सकों की भर्ती प्रक्रिया कोल इंडिया स्तर पर चल रही है। साक्षात्कार पूरा हो चुका है, कई चिकित्सकों के ज्वाइनिंग से पहले कुछ वक्त मांगे जाने से विलंब हो रहा है। बावजूद कोशिश है कि जल्द ही सभी चिकित्सक को नियुक्ति पत्र देकर सभी कंपनियों में आवंटित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की मंशा रहती है कि बड़े शहर में रहकर अपनी सेवाएं दें, पर कोल इंडिया की खदान वनांचल क्षेत्र व शहर से दूर हैं। उन स्थानों पर कार्यरत मजदूर व उनके परिवार को चिकित्सा सुविधा देने चिकित्सालय बनाए गए हैं, पर चिकित्सक वहां जाना नहीं चाहते हैं। सीआइएल ने निर्णय लिया है कि इस समस्या निपटने के लिए स्थानीय स्तर पर चिकित्सकों के साथ अनुबंध किया जाए और कर्मियों को सब्सिडी देते हुए इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। जल्द ही इस मसले पर अंतिम निर्णय लेते हुए प्रक्रिया आरंभ कर दी जाएगी। खदान निरीक्षण के बाद कुछ स्थानों पर खामियां मिली हैं, इसे दूर करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है। प्रबंधन व कर्मियों के मध्य आपसी सामंजस्य से बेहतर ढंग से कार्य किया जा रहा है, इससे कंपनी दस फ ीसदी प्रोडक्शन ग्रोथ अवश्य करेगी। कोलकर्मियों की ग्रेच्युटी सीमा जनवरी 2016 से लागू करने का प्रस्ताव रखा गया है। इसका परीक्षण कराया जा रहा है कि कंपनी को क्या फ ायदा नुकसान होगा। सकारात्मक रिपोर्ट आने पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इस मौके पर एस ई सी एल के निदेशक कार्मिक डॉ. आर एस झा भी उपस्थित रहे। इसके पहले उन्होंने हॉस्पिटल का निरीक्षण कर गर्म पानी हेतु गीजर का उद्घाटन किया।
कंपनी के आवासों का कायाकल्प डिसेंट हाउसिंग किए जाने में बरती जा रही भर्राशाही के संदर्भ में पूछे गए सवाल को सीआइएल डीपी व एसईसीएल डीपी ने टालते हुए कहा कि यह मुद्दा वेलफेयर कमेटी का है और श्रमिक संगठन प्रतिनिधि ही इस बारे में बेहतर ढंग से बता सकते हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर कोई उत्तर नहीं दिया। वहीं मानिकपुर के अफसरों पर अपराध दर्ज होने के मामले में उन्होंने कहा कि मामले की जांच चल रही है और दोषी पाए जाने पर अफसरों के खिलाफ विभागीय स्तर पर कार्रवाई की जाएगी। सीआइएल डीपी आरपी श्रीवास्तव ने वेलफेयर कमेटी के सदस्यों के साथ गेवरा, दीपका माइंस का जायजा लिया। इसके बाद सभी एरिया के चिकित्सालय से भी रूबरू हुए। उन्होंने अस्पताल में आवश्यक सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया। वेलफेयर व जेसीसी कमेटी के सदस्यों के बैठक कर कर्मचारियों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। कमेटी के सदस्यों की क्षेत्र की समस्याओं से उन्हें अवगत कराया, जिसे निराकरण करने हेतु निर्देश दिए गए। इस मौके पर नाथूलाल पांडेय, हरिद्वार सिंह, रेशमलाल यादव, सुरेंद्र मिश्रा, सुभाष सिंह समेत अन्य पदाधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

Share On WhatsApp