0-शहर के शासकीय व निजी अस्पतालों में कुत्तों के काटने का कई लोग करा रहे इलाज
0-नगर निगम प्रशासन कर रहा अनदेखी
रायपुर, 20 जनवरी । राजधानी रायपुर में पिछले माह भर से कुत्तों का भारी आतंक देखा जा रहा है। शहर के शासकीय सहित निजी अस्पतालों में कुत्तों के काटने से घायल हुए लोग अपना इलाज कराने पहुंच रहे है। शहर में आवारा कुत्तों के बढ़ते आतंक को देखने के बाद भी नगर निगम प्रशासन इसे अनदेखा किये हुए है। न ही आवारा कुत्तों को पकडऩे का काम किया जा रहा है और न ही कुत्तों की नसबंदी की जा रही है। जिसके चलते शहर में आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ते जा रही है।
राजधानी के ज्यादातर वार्डों में इन दिनों आवारा कुत्तों ने आतंक मचाया हुआ है। पिछले एक माह में शहर में कुत्तों के काटने की कई घटनाएं सामने आई है। लेकिन इसके बावजूद आवारा कुत्तों का आतंक के रोकथाम के लिए निगम प्रशासन द्वारा अब तक कोई पहल नहीं की जा रही है। परिणाम स्वरूप शहर में आवारा कुत्तों की संख्या और आतंक बढ़ता जा रहा है।
विदित हो कि आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या रोकने के लिए नगर निगम ने कुत्तों की नसबंदी अभियान छेड़ा था, लेकिन यह अभियान भी अब पूरी तरह ठप्प पड़ा हुआ है। जिसके चलते शहर में कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शहर के कालोनी, बस्ती सभी इलाको में आवारा कुत्ते झूंड में देखे जा रहे है। सिर्फ महावीर नगर, अमलीडीह, संजय नगर, संतोषीनगर, टिकरापारा, रावणभाठा इलाके की बात करें तो यहां कुत्तों का बहुत आतंक है। दिन ढलने के बाद रात में जैसे-जैसे समय बढ़ता है कुत्तों का आतंक बढ़ते जाता है। लोगों में कुत्तों का खौफ इतना ज्यादा है कि रात में 9 बजे के बाद लोगों को कुत्तों से बचते हुए घर पहुंचना पड़ता है।