० वारदात में मिलिशिया सदस्यों का हाथ
जगदलपुर, 16 जनवरी । छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में आज सुबह नक्सलियों ने एक यात्री बस को आग की लपटों में झोंक दिया। आगजनी में जनहानि की खबर नहीं मिली है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार गीदम थाना क्षेत्र के कासोली सीएएफ कैम्प के समीप गीदम से छिंदनार जा रही यात्री बस को ग्राम ङ्क्षछदनार-कासोली के मध्य नक्सलियों ने रोक लिया। घटनास्थल पर लगभग 12 नक्सली मौजूद थे, जो ग्रामीणों की वेशभूषा में थे और हाथ में परम्परागत हथियार थाम रखे थे। नक्सलियों ने बस में सवार यात्रियों को नीचे उतारकर उनके मोबाईल लूट लिए। तत्पश्चात स्वयं लाया पेट्रोल, बस में छिडक़कर उसे आग के हवाले कर दिया। बस जिला पंचायत के सदस्य चैतराम अटामी की है।
वारदात के संबंध में दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि दरअसल नक्सली ग्राम छिंदनार में स्थापित हो रहे पुलिस कैम्प का विरोध कर रहे हैं और इलाके की सर्चिंग से इस बात का खुलासा हुआ है कि मौके पर काफी संख्या में नक्सली मौजूद थे, जो बड़े सुरोखी एवं कासोली कैम्प पर हमला करने की फिराक में थे। चूंकि वे अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाये, इसीलिए जंगल में भाग गये, किंतु उनके साथी मिलिशिया सदस्यों ने खीझ मिटाने आगजनी की घटना को अंजाम दिया है। उन्होंने बताया कि ग्राम छिंदनार में कैंप के अलावे पुलिया निर्माण का काम प्रस्तावित है, जिसका नक्सली विरोध कर रहे हैं। विरोधवश ही उन्होंने पखवाड़े भर पूर्व ग्राम छोटेकड़मा की सरपंच की हत्या कर दी थी। उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने यात्रियों से जो फोन लूटे थे, वे अब भी नेटवर्क में हैं। इससे यह प्रमाणित होता है कि हार्डकोर नक्सली भाग चुके हैं और बस जलाने में जनमिलिशिया सदस्यों का ही हाथ है, जो फोन नेटवर्क से सर्वथा अनजान हैं।