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06-Apr-2023 5:28:32 am
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मार्च में सर्विस सेक्टर की रफ्तार पड़ी धीमी

नईदिल्ली। देश के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में मार्च माह के दौरान नरमी रही जिससे इस सेक्टर की वृद्धि दर कम हुई है। बुधवार को जारी एक मासिक सर्वेक्षण में यह कहा गया है। पिछले महीने उत्पादन और बिक्री धीमी गति से बढ़े और भविष्य के परिदृश्य को लेकर सेवा प्रदाताओं के बीच विश्वास के कमजोर स्तर ने रोजगार सृजन को बाधित किया है।
मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल इंडिया सेवा पीएमआई कारोबारी गतिविधि सूचकांक मार्च माह में घटकर 57.8 रह गया। फरवरी में यह 59.4 पर था।
फरवरी के मुकाबले ताजा आंकड़ा कम होने के बावजूद, यह 50 से ऊपर रहा और यह वृद्धि मांग की अनुकूल परिस्थितियों तथा नए कार्य में वृद्धि जारी रहने से हुई।
सेवा पीएमआई लगातार 20वें महीने 50 अंक से अधिक है। खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की भाषा में 50 से अधिक अंक गतिविधियों में विस्तार को दर्शाता है, जबकि 50 से कम अंक का अर्थ संकुचन है।
एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलीजेंस में ईकॉनोमिक्स एसोसिएट डायरेक्टर पॉलियाना डी लिमा ने बताया कि भारत के सर्विस सेक्टर में फरवरी में तेजी देखी गई जो नए बिजनेस और आउटपुट की बदौलत थी । देश में सेवा क्षेत्र की अर्थव्यवस्था पर लागत की कीमतों का दवाब कम रहा, ऐसा ही रुझान मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में भी देखा गया । यही वजह है कि लागत कीमत की वास्तविक महंगाई दर ढाई साल के निम्न स्तर पर देखी गई ।
इस हफ्ते जारी हुए मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई के आंकड़े बताते हैं कि विनिर्माण गतिविधियों में मार्च में समाप्त हुई तिमाही के दौरान काफी तेजी से विस्तार हुआ है। हालांकि, सर्विसेज सेक्टर में सुस्ती से कंपोजिट इंडंक्स फरवरी के 59 प्रतिशत से घटकर मार्च में 58.4 के स्तर पर आ गया।

 

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