छत्तीसगढ़

15-Jan-2019 12:38:56 pm
Posted Date

बस्तर के कोंडागांव जिले में है दुर्लभ गरूड़ का पेड़

कोंडागांव, 15 जनवरी । आपने संभवत: गरूड़ के रूप में पक्षी का नाम सुना होगा। यह पक्षी सर्प के लिये खतरनाक माना जाता है। कुछ लोगों ने गरूड़ की लकड़ी के बारे में भी जरूर सुना होगा। गरूड़ का वृक्ष एक बहुवर्षीय वृक्ष है जो जिले के कुछ इलाकों में पाया जाता है। 
कोंडागांव जिला मुख्यालय से महज पांच सात किलोमीटर दूर मड़ानार ग्राम में एक गरूड़ का वृक्ष है जो कि एक ग्रामीण के घर के सामने खड़ा है। वृक्ष का नाम पूछने पर गरूड़ बताया। और आगे बताया कि उनके घर में सर्प कभी नहीं निकाला। कहा जाता है कि गरूड़ वृक्ष के नीचे से सर्प नहीं निकल सकता अगर जबरदस्ती या किसी कारण से निकले तो उसकी मौत हो जाती है। कहा जाता है कि सर्प बीच से फट जाता है। यह कितना सही है यह तो नहीं मालूम पर गरूड़ की लकड़ी अगर आप अपने घर के दरवाजे पर लटका देते हैं तो उस घर में सर्प नहीं आता। मान्यता है कि इस लकड़ी से सर्प 10 मीटर की दूर तक प्रवेश नहीं करता।

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