व्यापार

14-Jan-2019 11:30:49 am
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इंटरनेट पर जल्द बंद हो जाएंगे स्पैम और घटिया ऐड

नई दिल्ली,14 जनवारी । फेसबुक, गूगल, यूनिलीवर, ग्रुपएम, माइक्रोसॉफ्ट और पब्लिसिस ग्रुप जैसे दुनिया के सबसे बड़े ऐड स्टेकहोल्डर्स के लिए पॉप ऐड्स, लाइक, कॉमेंट और शेयर के रिच्ेस्ट वाले स्पैम कंटेंट, साउंड वाले ऑटो प्ले विडियो ऐड्स, काउंटडाउन वाले ऐड्स, फुल स्क्रीन स्क्रॉलओवर और सेक्सुअल कंटेंट वाले ऐड गुजरे जमाने की बातें हो जाएंगी। दरअसल ये सभी कंपनियां जिस ऐडवर्टाइजर्स की इंटरनैशनल सेल्फ रेग्युलेटरी बॉडी कोलिशन फॉर बेटर ऐड्स (सीबीए) की मेंबर्स हैं, उसने ऐड स्टैंडर्ड्स को तत्काल प्रभाव से रिवाइज कर दिया है।
सीबीए के मेंबर वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ ऐडवर्टाइजर्स के चीफ एग्जिक्यूटिव स्तेफान लोर्के कहते हैं, ऐसे ऐड्स सीबीए के स्टैंडर्ड्स और कन्ज्यूमर की स्वीकार्यता के स्तर से नीचे हैं और हो सकता है कि इन्हीं की वजह से कन्ज्यूमर्स ऐड ब्लॉकर का इस्तेमाल करने पर मजबूर हो जाता है।
स्पोक्सपर्सन ने कहा, हमारे ऐड ऑक्शन में लो च्ॉलिटी एट्रिब्यूट्स वाले इंडिविजुअल ऐड्स का डिस्ट्रीब्यूशन घटेगा या फिर उन्हें नकार दिया जाएगा। यह सभी ऐडवर्टाइजर्स पर लागू होगा लेकिन ऐसी ज्यादातर चीजें मीडिया, एंटरटेनमेंट, पॉलिटिक्स या राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों से जुड़े ऐड्स में दिखती हैं इसलिए इनसे जुड़े ऐडवर्टाइजर्स पर ज्यादा असर होगा। उन्होंने कहा कि फेसबुक की मौजूदा ऐडवर्टाइजिंग पॉलिसी में घटिया च्ॉलिटी या डिसरप्टिव कंटेंट वाले ऐड्स पर प्रतिबंध भी शामिल है। 
सीबीए ऐड्स स्टैंडर्ड्स ग्लोबल ऑनलाइन ऐड स्पेंडिंग में 70त्न हिस्सेदारी रखने वाले वर्ल्ड मार्केट के फीडबैक के हिसाब से तय करता है। रिवाइज्ड स्टैंडर्ड्स भारत सहित उन सभी देशों में लागू किए जा रहे हैं जहां उसकी सदस्य कंपनियां कारोबार करती हैं। दुनिया के सबसे बड़े मीडिया इन्वेस्टमेंट ग्रुप ग्रुपएम के मैनेजिंग पार्टनर ब्रैंड सेफ्टी जो बैरन कहते हैं कि सीबीए अपने स्टैंडर्ड्स को दुनिया भर के बाजारों में लागू कराने पर जोर दे रहा है। उन्होंने कहा, इसकी वजह एकदम साफ है। जो कन्ज्यूमर के लिए सही है वह ऐडवर्टाइजर के लिए हमेशा सही होगा। ग्रुपएम यूनिलीवर, एडिडास और मार्स का प्रतिनिधित्व करता है।

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