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02-Jul-2017 2:02:59 pm
Posted Date

बस्तर में मिली भैरव बाबा की 12वीं सदी की विलक्षण प्रतिमा

जगदलपुर (आरएनएस)। बीजापुर जिला भैरमगढ़़ विकासखंड के मिरतूर पंचायत अंतर्गत तड़केल जंगल में 12वीं शताब्दी की विलक्षण भैरव प्रतिमा मिली है। वहीं ग्रामीणों ने बस्ती के पुरनतरई तालाब की मेड़ से एक विष्णु प्रतिमा को खोद निकाला है। पुरातत्व विभाग के उप संचालक ने माना कि इन मूर्तियों का रिकार्ड विभाग के पास नहीं था। ग्रामीण फिलहाल भैरव प्रतिमा को एक झोपड़ी में रखे हैं। 
मिली जानकारी के अनुसार बीजापुर जिले से करीब 55 किमी दूर "्राम तड़केल के कुंजामपारा से लगे जंगल में एक दुर्लभ भैरव प्रतिमा है। यह जानकारी मिलते ही पुरातत्व विभाग के उप संचालक जेआर भगत संवाददाता के साथ तड़केल पहुंचे। जंगल में मिली यह प्रतिमा काले पत्थर में उकेरी गई है। यह 53 सेमी ऊंची, 28 सेमी चौड़ी और आठ सेमी मोटी है। इस प्रतिमा में उकेरी गई कला स्पष्ट है। इसमें स्वान का भी चित्रण किया गया है। इसके पास ही भैरवी की प्रतिमा भी मिली है यह 72 सेमी ऊंची है परंतु यह अस्पष्ट और इसमें नक्काशी का अभाव है।
तड़केल के राजूराम, भदरूराम, बुगुरराम और मंगूराम आदि ने मौके पर पहुंचे पुरातत्व विभाग के अधिकारी से कहा कि बस्ती से तीन किमी दूर ढोलकल शिखर की गणेश प्रतिमा को अज्ञात लोगों ने क्षति पहुंचाई है। जंगल में उपेक्षित पड़ी भैरव प्रतिमा के साथ भी ऐसी हरकत हो सकती है, इसलिए पुरातत्व विभाग तड़केल में ही पक्का देवालय बनाकर इन मूर्तियों को सहेजने का प्रयास करे। उप संचालक ने उच्च अधिकारियों से तड़केल में देवालय स्वीकृत कराने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया है। छग संस्कृति व पुरातत्व विभाग के उप संचालक जेआर भगत ने मौके पर ही बताया कि तड़केल की भैरव प्रतिमा दंतेवाड़ा से गायब टुंडाल भैरव मूर्ति के सदृश्य है और पूरी तरह से सुरक्षित है। यह छिंदक नागवंशी काल में निर्मित 12वीं शताब्दी की प्रतीत होती है। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे अपने स्तर पर इन मूर्तियों की सुरक्षा करें। 

 

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