० शिकायत के बाद विभाग कह रहा सुधारेंगे
कोरबा 9 जनवरी । विद्युत वितरण विभाग के मैदानी अमले की लापरवाही का खामियाजा बिरहोर जनजाति के परिवारों को भुगतना पड़ रहा है। इनकी झोपडिय़ों में शासन की सौभाग्य सहज बिजली योजना के तहत विद्युतीकरण के लिए मीटर तो लगा दिया है लेकिन कनेक्शन नहीं दिया। बिना करंट दौड़ाये और बिजली जले बिना ही बिरहोर को बिजली का बिल थमा दिया गया है।
जानकारी के अनुसार मामला पोड़ीउपरोड़ा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बिंझरा का है। बिंझरा पंचायत के वार्ड क्रमांक 1 में विशेष संरक्षित जनजाति बिरहोर के लगभग 7-8 घर हैं जहां ये परिवार निवासरत हैं। कच्चे व झोपड़ीनुमा मकानों को रौशन करने के लिए शासन की सौभाग्य योजना के तहत 5 माह पूर्व विद्युत वितरण विभाग के कर्मचारी यहां पहुंचे और कनेक्शन देने की बात कहते हुए घरों के बाहरी दीवारों पर मीटर लगाया। इन बिरहोरों का नाम व पता लिखकर कर्मचारी चलते बने। तब से लेकर अब तक इनके घरों में सिर्फ मीटर टंगा है, कनेक्शन के लिए तार नहीं खींचा गया और न ही करंट दौड़ रहा है। मीटर लगाने के 1 माह बाद उक्त कर्मचारी फिर वापस आए व बिरहोरों को बिजली का बिल थमाकर चले गए। इसके बाद हर माह बिल आना शुरू हो गया। बीते सप्ताह विद्युत वितरण विभाग के कर्मचारी फिर मोहल्ले में आये और बिरहोरों को बिल की राशि पटाने दबाव बनाया। बिल न पटाने पर कानूनी कार्यवाही की चेतावनी भी दी। इससे भयभीत बिरहोर परिवार के छतराम, बसंता बाई, बिरसमती,चमरिन बाई, बसंती बाई, पार्वती सहित 1 दर्जन परिवार पिछले दिनों कलेक्टर कार्यालय पहुँचे व आपबीती सुनाई। मामला संज्ञान में आते ही विद्युत विभाग के अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए व दूसरे ही दिन अमला बिरहोर बस्ती पहुँचा व थमाए गए बिल को वापस लेकर भूल सुधार करने की बात कहते हुए बिल अपने साथ ले गए।