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06-Jan-2019 10:04:31 am
Posted Date

कांग्रेस लीडरशिप नए फॉम्र्युले पर कर रही है विचार

0-शीला दीक्षित सबसे आगे
नई दिल्ली, 06 जनवारी । दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन का इस्तीफा होने साथ ही दिल्ली में अगले प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कवायद शुरू हो गई है। यूं तो दिल्ली कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिलने की चर्चा काफी समय से थी, क्योंकि माकन अपनी सेहत का हवाला देकर पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष को इस्तीफा दे चुके थे, लेकिन शुक्रवार को उनका इस्तीफा मंजूर होने के बाद नए अध्यक्ष को लेकर मंथन शुरू हो चुका है। पार्टी के एक अहम रणनीतिकार के मुताबिक, जल्द ही दिल्ली कांग्रेस को उसका चेहरा मिल सकता है। शनिवार को मीडिया से बातचीत में कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि फैसला जल्द मालूम पड़ जाएगा।
लगभग 15 साल तक दिल्ली में लगातार सत्ता में रही कांग्रेस वापस अपनी जमीन पाने के लिए हाथ-पांव मार रही है। ऐसे में कांग्रेस की तलाश ऐसे चेहरे की है, जो सबको साथ लेकर चल सके। इसमें निर्विदाद रूप से पूर्व सीएम शीला दीक्षित का नाम है, लेकिन उनके साथ-साथ पार्टी कई विकल्पों पर गौर कर रही है। 
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी दो विकल्पों पर गौर कर रही है। पहला, एक अध्यक्ष बनाकर 3 वर्किंग प्रेजिडेंट बनाए जाएं। दूसरा, एक इंडिपेंडेंट अध्यक्ष को दिल्ली की कमान सौंपी जाए। एक अध्यक्ष और 3 वर्किंग प्रेजिडेंट के ऑप्शन में पीछे दलील जातीय समीकरणों को साधने पर फोकस है। बताया जा रहा है कि इनमें एक दलित, एक पंजाबी/सिख और एक-एक जाट/मुस्लिम/पूर्वांचली हो सकता है। अध्यक्ष के तौर पर जहां शीला दीक्षित का नाम आगे चल रहा है, वहीं दलित के तौर पर युवा नेता राजेश लिलोठिया, पंजाबी चेहरे के तौर पर प्रह्लाद सिंह साहनी/अरविंदर सिंह लवली और जाट चेहरे में योगानंद शास्त्री/ मुस्लिम चेहरे/ पूर्वांचली चेहरे के तौर पर महाबल मिश्रा का नाम चर्चा में हैं। कहा जा रहा है कि शीला दीक्षित का चेहरा सामने रखकर वर्किंग प्रेजिडेंट सक्रियता से काम कर सकते हैं। दूसरे विकल्प के तौर पर दीक्षित के अलावा, पूर्व पीसीसी चीफ जेपी अग्रवाल, राजेश लिलोठिया, योगानंद शास्त्री व देवेंद्र यादव का नाम चर्चा में है। इनमें से किसी एक को कमान देने बात हो सकती है। दीक्षित, अग्रवाल व शास्त्री दिल्ली कांग्रेस के अनुभवी चेहरे हैं, वहीं दलित चेहरा लिलोठिया न सिर्फ युवा हैं, बल्कि राहुल की पसंद भी माने जा रहे हैं। 
कहा जाता है कि राहुल किसी युवा को जिम्मेदारी देने के भी हिमायती हैं। वहीं यादव, माकन के भरोसेमंद बताए जा रहे हैं। बताया जाता है कि माकन के इस्तीफे के बाद ही राहुल ने प्रदेश के प्रभारी से संभावित चेहरों पर रिपोर्ट मांगी। 
सूत्रों के मुताबिक, पीसी चाको ने राहुल गांधी को उपरोक्त विकल्पों पर आधारित कुछ नामों की लिस्ट सौंप दी है। इस पर राहुल ने कुछ दिनों में जवाब देने की बात कही। माना जा है कि राहुल इस बारे में पार्टी के दूसरे सीनियर नेताओं से विचार-विमर्श कर सकते हैं।

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