राजधानी

31-Dec-2018 12:17:07 pm
Posted Date

पार्क घुमने के बहाने मैत्री गार्डन में रात्रि के समय असामाजिक तत्व सक्रिय

०-प्रबंधन द्वारा गार्डन के अंदर पुलिस व्यवस्था नजर नही आती
रायपुर, 31 दिसंबर। नववर्ष के आगमन के पूर्व छत्तीसगढ़ के सबसे बड़ा उद्यांन मैत्री गार्डन में हजारों की संख्या में प्रदेश व अन्य राज्यों से शैलानियों की आवागमन प्रारंभ हो गया है। मैत्री गार्डन उद्यान में म्युजिकल फाउंटेन व चिडिय़ा घर देखने के लिये शाम ढ़लने के बाद रात्रि तक शैलानी मैत्रीगार्डन में मौजूद रहते है,म्यूजिकल फाउंटेन के शुरु होते ही असामाजिक तत्वों द्वारा जमकर शरारत किया जाता है लेकिन इतने बड़े उद्यान के भीतर पुलिस की व्यवस्था नहीं होने से कभी भी कोई बड़ी घटना घट सकती है। 
भिलाई स्थित बीएसपी स्टील प्लांट द्वारा टंकी मरौदा में मैत्री गार्डन चिडिय़ाघर का निर्माण लोगों के मनोरंजन के लिए किया गया था। मैत्री गार्डन चिडिय़ाघर में प्रदेश के कई जिलों से रोजाना हजारों की संख्या में शैलानियों द्वारा फाउंटेन व चिडिय़ा घर का आनंद लेने के लिए पहुंचते हैं। शाम ढलते ही म्यूजिकल फाउंटेन का नजारा देखने के लिये अंधेरा होने के बावजूद भी बड़ी संख्या में दर्शक खड़े होकर फौव्हारा का आनंद लेते है। 
पार्क के कई हिस्सों में रोशनी नहीं होने के कारण रात्रि के समय इधर-उधर जाना शैलानियों के लिए प्रतिबंधित है। उसके बावजूद भी असामाजिक तत्वों के द्वारा पार्क में घुमने के बहाने अधेंरा का फायदा उठाकर यहां-वहां पार्क में घुमते व अश्लील हरकत करते नजर आते हैं। प्रबंधन द्वारा पुलिस की पार्क में उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण असामाजिक तत्व अंधेरे का फायदा उठा रहे हैं जिसके चलते कभी भी कोई बड़ी घटना घटित हो सकती है।

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