0 भुगतान लटकने से छोटे अस्पतालों की हालत खराब
रायपुर, 31 दिसंबर । मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना में स्मार्ट कार्डधारियों के इलाज के पश्चात करोड़ों रुपये के भुगतान रोके जाने के मुद्दे को लेकर बीमा एजेंसियों के खिलाफ आईएमए के अध्यक्ष डॉ. अशोक त्रिपाठी के नेतृत्व में चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टाफ ने डीकेएस अस्पताल में धरना देकर बीमा कंपनियों द्वारा भुगतान रोके जाने के मामले की सीबीआई जांच की मांग मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री से की है।
गौरतलब है कि सरकारी एवं निजी क्षेत्र के चिकित्सा संस्थानों में करोड़ों रुपये का लंबित भुगतान बीमा कंपनियों द्वारा नये-नये नियम बनाकर रोका गया है। वहीं भुगतान नहीं होने से प्रदेश के छोटे चिकित्सा संस्थानो्ं की हालत खराब हो गई है। डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि आईएमए के अनेक सदस्यों ने उन्हें बताया कि भुगतान नहीं होने के कारण स्टाफ की सैलरी निकालना उनके लिए इस समय सबसे बड़ी समस्या है। धरने में आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अजय सहाय, डॉ. महेश सिन्हा एवं वरिष्ठ चिकित्सक बड़ी संख्या में शामिल हुए। आयुष्मान भारत योजना के संबंध में चर्चा करते हुए चिकित्सकों ने बताया कि कई गंभीर और बड़ी बीमारियों में पैकेज में निहित राशि कम होने के कारण मरीज का इलाज करना कठिन हो गया है। बावजूद इसके भी उनके सदस्य समर्पित भाव से आने वाले स्मार्ट कार्डधारियों का इलाज कर रहे है। सदस्यों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बीमा कंपनियों से पुराना भुगतान तत्काल कराने के लिए प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को निर्देश देने की मांग की है।