गाजीपुर ,30 दिसंबर । निषाद पार्टी और एसबीएसपी से ताल्लुक रखने वाले प्रदर्शनकारियों के एक समूह द्वारा शनिवार को किए गए हमले में एक सिपाही की मौत हो गई। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गाजीपुर में रैली थी और वहां से लौट रही गाडिय़ों पर शनिवार की शाम को पथराव किया गया। इस पथराव में घायल पुलिसकर्मी सुरेश कुमार वत्स की मौत हो गई।
घटना गाजीपुर जिले के गाजीपुर कठवा मोड़ के पास की है। आरोप है कि रैली से लौट रहे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के समर्थकों की गाडिय़ों पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) और निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पथराव किया। बाद में दोनों पक्षों की ओर से पत्थरबाजी होने लगी, जिसके चलते पुलिस को भी हस्तक्षेप करना पड़ा।
बताया जा रहा है कि पत्थरबाजी के दौरान सिपाही सुरेश भी वहां मौजूद थे। पत्थरबाजी में सुरेश और दो अन्य सिपाही घायल हो गए। बाद में सिपाही सुरेश कुमार वत्स की मौत हो गई। हालांकि, इस पूरे मामले पर पुलिस प्रशासन का कोई भी अधिकारी अभी कुछ कहने से इनकार कर रहा है। घटना के बाद पुलिस ने निषाद पार्टी के 10 लोगों को हिरासत में ले लिया है। मौके पर मिले वाहनों को जब्त करने के साथ ही बाकी हमलावरों की धरपकड़ के लिए छापेमारी तेज कर दी गई है।
सीएम योगी ने की 50 लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से मृतक सिपाही के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने का ऐलान किया गया है। मृतक सिपाही मुकेश वत्स की पत्नी को 40 लाख रुपये और उनके माता-पिता को 10 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। मुकेश की पत्नी को असाधारण पेंशन और परिवार के एक सदस्य को मृतक आश्रित के तौर पर सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सिपाही मुकेश वत्स की मौत पर शोक व्यक्त किया है। साथी ही उन्होंने गाजीपुर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया है कि घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
पत्थरबाजी के जवाब में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी बरसाए पत्थर
ज्ञात हो कि शनिवार को रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराजा सुहेलदेव पर डाक टिकट जारी करने के साथ ही मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास भी किया। इस रैली में हिस्सा लेने के लिए आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में बीजेपी समर्थक आए थे। रैली से लौटने के दौरान गाजीपुर कठवा मोड़ के पास बीजेपी समर्थकों की गाडिय़ों पर एसबीएसपी के समर्थकों की ओर से अचानक पथराव शुरू हो गया। पथराव का जवाब बीजेपी समर्थकों ने भी ईंट-पत्थर चलाकर दिया। पथराव के चलते बीजेपी जनप्रतिनिधियों की गाडिय़ां भी फंसी रहीं।
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह दोनों तरफ के उग्र लोगों को शांत कराया और बीजेपी समर्थकों की गाडिय़ां आगे रवाना कीं। बीजेपी नेताओं का दावा है कि राजभर समुदाय की भारी भीड़ गाजीपुर रैली में देखकर ओमप्रकाश राजभर के समर्थकों ने मायूसी में यह कदम उठाया। गौरतलब है कि एसबीएसपी अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया था और निमंत्रण मिलने के बावजूद रैली में नहीं गए।