0-तीन हेल्मेट मिलने से गहराई आशंका
शिलॉन्ग,29 दिसंबर । मेघालय में रैट होल कोयला खदान में बाढ़ का पानी भर जाने से उसमें फंसे 15 मजूदरों को बचाने का अभियान लगातार 18वें दिन भी जारी है। हालांकि शुक्रवार को खदान से तीन हेल्मेट मिले हैं, जिसके बाद बचाव कार्य में लगे अधिकारियों को किसी अनहोनी की आशंका सता रही है।
एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंड एसके सिंह ने बताया कि मजदूरों को बचाने के लिए राहत और बचाव कार्य बड़े स्तर पर चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा, हमें खदान से तीन हेल्मेट मिले हैं। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है कि ये हेल्मेट खदान में फंसे मजदूरों के ही हैं या कहीं और से आए हैं।
उधर मजदूरों को बचाने के लिए मशक्कत कर रहे प्रशासन की मदद को ओडिशा दमकल विभाग का एक दल शुक्रवार को मेघालय पहुंच गया। मेघालय में लुम्थारी गांव के एक इलाके में 370 फुट गहरी अवैध कोयला खदान में ये मजदूर 13 दिसंबर से फंसे हुए हैं। उधर, भारतीय नौसेना की 15 सदस्यीय गोताखोरों की टीम शनिवार से अभियान में शामिल होगी।
ओडिशा की दमकल टीम को है बचाव कार्य का अनुभव
ओडिशा दमकल विभाग के महानिदेशक बी. के. शर्मा ने बताया कि मुख्य दमकल अधिकारी सुकांत सेठी के नेतृत्व में 20 सदस्यीय दल हाई पावर पम्प समेत अन्य उपकरणों के साथ भारतीय वायु सेना के एक विशेष विमान से शिलॉन्ग के लिए शुक्रवार को रवाना हुआ था। अधिकारी ने बताया कि उन्होंने पहले भी केरल समेत ओडिशा के भीतर और बाहर मुश्किल बचाव अभियान सफलतापूर्वक चलाए हैं। इस साल अगस्त में केरल में आई विध्वंसकारी बाढ़ के समय ओडिशा दमकल सेवा के 240 सदस्यीय दल ने बचाव अभियान में मदद की थी।