देहरादून ,25 दिसंबर । प्रदेश सरकार की ओर से सभी राज्यवासियों के लिए लागू की जा रही अटल आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना मंगलवार को लांच हो गई। इस योजना के तहत प्रदेश के सभी परिवारों को पांच लाख रुपये तक की चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो सकेगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस योजना को लांच करने के साथ ही इसके लिए मोबाइल एप और वेबसाइट भी लांच किया। केंद्र सरकार की ओर से लागू आयुष्मान भारत योजना की तर्ज पर प्रदेश सरकार ने अटल आयुष्मान स्वास्थ्य योजना लागू की है। उत्तराखंड ऐसा पहला प्रदेश होगा जहां सभी परिवारों को इसमें शामिल किया गया है।
देहरादून के रेसकोर्स स्थित बन्नू स्कूल में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अटलजी की जयंती पर अटल आयुष्मान योजना का शुभारंभ किया। सीएम समेत तमाम मंत्री विधायकों ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर योजना को जनता के लिए समर्पित किया।
इस योजना के तहत लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड दिया जाएगा। इस गोल्डन कार्ड को अस्पताल में दिखाने पर उन्हें कैशलैस इलाज की सुविधा मिल सकेगी। अपरिहार्य स्थिति में कार्डधारक सीधे निजी अस्पतालों में इलाज करा सकते हैं। गोल्डन कार्ड के लिए आवेदन वही कर सकते हैं, जिनका नाम 2012 की मतदाता सूची में होगा। इसके अलावा 2012 के परिवार रजिस्टर को भी इसका आधार बनाया गया है। जिनका नाम इस सूची में नहीं होगा, उन्हें जिलाधिकारी कार्यालय में इसके लिए आवेदन करना होगा। हालांकि, कार्ड उन्हीं को मिलेगा जो 2012 से ही उत्तराखंड में निवास कर रहे होंगे।
प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों के लिए आयुष्मान भारत योजना 26 जनवरी से लागू होगी। हालांकि, राज्य कर्मचारियों को इसका लाभ लेने के लिए एक निश्चित धनराशि देनी होगी। इस योजना का लाभ सरकारी अस्पताल के डॉक्टर व कर्मचारियों को भी मिलेगा। दरअसल, सरकार निजी चिकित्सालयों के समान ही सरकारी अस्पतालों में मरीजों के इलाज का पैसा देगी। इनमें से एक निश्चित प्रतिशत चिकित्सकों व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को भी दिया जाएगा।