0-निगम, मंडल, आयोगों में किया जाएगा एडस्ट
रायपुर, 25 दिसंबर । राज्य में कांग्रेस की सरकार और मंत्रिमंडल के गठन के साथ ही अब नवनिर्वाचित विधायकों की नाराजगी भी झलकने लगी है। मंत्रिमंडल में स्थान न मिलने के कारण कई विधायकों के चेहरे मुरझा गए हैं। हालांकि ऐसे वरिष्ठ विधायकों और सक्रिय रहने वाले चेहरों को अब निगम-मंडल और आयोगों में बिठाकर उनकी नाराजगी दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल का गठन कर लिया है, शपथ ग्रहण के पूर्व तक मंत्री बनने वाले विधायकों के नाम सार्वजनिक नहीं किया गया था। लेकिन आज सुबह से ही अटकलों का बाजार गर्म था कि कुछ वरिष्ठ विधायकों को इस बार मंत्री पद से वंचित रखा जाएगा। यह अटकलें काफी हद तक सही भी साबित हुई और काफी विचार-विमर्श और गंभीर मंथन के बाद आखिरकार मंत्री बनने वाले विधायकों के नाम सार्वजनिक कर दिया गया। इधर मंत्रिमंडल में शामिल होने की आश लेकर राजधानी में डटे ऐसे विधायकों को उस समय जोरदार झटका लगा, जब उन्हें पता चला कि उन्हें कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया है। भारी भीड़ के बीच अपने दुख को हंसी में दबाए बैठे और चेहरों में बनावटी मुस्कान लिए लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे ऐसे विधायकों का दर्द चेहरों से स्पष्ट झलक रहा था। हालांकि किसी ने भी खुलकर इस बात का विरोध दर्ज नहीं कराया, लेकिन उनकी फीकी मुस्कान से स्पष्ट हो रहा था कि वे इस निर्णय से कितने आहत हुए हैं। हालांकि यह चर्चा भी जोरों पर है कि ऐसे विधायकों को जल्द ही विभिन्न निगमों, मंडलों और आयोगों में एडस्ट किया जाएगा, ताकि उनकी नाराजगी दूर हो सके। इसके अलावा कांग्रेस ने विधायकों के लिए कुछ और पद भी सोच कर रखा है, जिनमें उनकी नियुक्तियां की जानी है। बहरहाल मंत्रिमंडल के गठन के साथ ही कांग्रेस के भीतर से नाराजगी की एक लहर उठ गई है अब इस लहर को कांग्रेस कितना संभाल पाती है, यह देखने वाली बात होगी। यह बात भी स्पष्ट है कि मंत्रिमंडल के गठन के साथ ही राजकीय कामकाज के साथ ही प्रशासनिक कामकाज में तेजी आएगी। हाल ही में राज्य की कांग्रेस सरकार ने दर्जनों आईएएस अफसरों की नई पोस्टिंग की है। ऐसे में राज्य की कांग्रेस सरकार के कामकाज में कसावट आने और अन्य कामकाज तेजी से होने की प्रबल संभावना है।
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