नयी दिल्ली ,09 सितंबर। तीन बार के पैरालंपिक पदक विजेता एवं भारतीय पैरा भाला फेंक एथलीट देवेंद्र झाझरिया, पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद, पूर्व विश्व चैंपियन मुक्केबाज एल सरिता देवी और पूर्व निशानेबाज अंजलि भागवत को इस वर्ष के राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए चयन पैनल में शामिल किया गया है।
सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति मुकुंदकुम शर्मा को चयन पैनल का अध्यक्ष चुना गया है। खेल मंत्रालय की ओर से जारी सर्कुलर के मुताबिक पैनल में महिला हॉकी टीम के पूर्व कोच बलदेव सिंह, पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट टीम कप्तान अंजुम चोपड़ा, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के महानिदेशक संदीप प्रधान और वरिष्ठ पत्रकार विजय लोकपल्ली तथा विक्रांत गुप्ता भी शामिल हैं। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2021 के विजेताओं को चुनने के लिए पैनल अगले कुछ दिनों में बैठक करेगा।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय खेल पुरस्कार, जिसमें खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार और ध्यानचंद पुरस्कार शामिल हैं, राष्ट्रपति की ओर से 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस पर दिए जाते हैं। इस वर्ष की पुरस्कार वितरण तारीख को हालांकि पारंपरिक तारीख से आगे बढ़ा दिया गया था, क्योंकि सरकार ने ओलंपिक और पैरालंपिक दोनों खेलों में भारत के प्रदर्शन का इंतजार करने का निर्णय लिया था।
खास बात यह है कि इस बार भारत ने ओलंपिक और पैरांलपिक खेलों में शानदार, यादगार और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। ओलंपिक में जहां भारतीय दल ने कुल सात पदक जीते तो वहीं पैरालंपिक में यह आंकड़ा 19 रहा जो एक रिकॉर्ड है।
राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों में सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार है, जिसे इस वर्ष राजीव गांधी खेल रत्न से बदलकर ध्यानचंद खेल रत्न किया गया है, जबकि दूसरे नंबर पर अर्जुन पुरस्कार है। खेल रत्न के विजेताओं को 25 लाख, जबकि अर्जुन पुरस्कार के विजेताओं को 15 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी जाती है।
इसके अलावा कोचों को द्रोणाचार्य पुरस्कार दिया जाता है, जबकि अन्य पुरस्कारों में लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार, राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार और वर्ष 2021 के लिए मौलाना अबुल कलाम आजाद (माका) ट्रॉफी शामिल है।