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सुकमा- जिले के मुरकाम गांव में जवानों ने वो कर दिखाया है जिसकी तारीफ इलाके का हर आदमी तो कर ही रहा है साथ ही जिला कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य भी उनकी सराहना करते नहीं थक रहे हैं। दरअसल जवानों ने नक्सलियों द्वारा ध्वस्त किए एक पुल के बगल में ही महज 12 दिनों में दूसरा पुल खड़ा कर दिया। पुल निर्माण में जिला बल और सीआरपीफ के जवानों की संयुक्त भगीदारी रही। बता दें मुरकाम सुकमा जिले का वह इलाका है जहां नक्सलियों का जमवाड़ा आए दिन लगता है। गौरतलब है कि चिंतलनार और जगरगुंडा को जोड़ने वाले मुरकाम पुल को बीते दिनों नक्सलियों ने ध्वस्त कर दिया था। आगामी कुछ ही दिनों मानसून छत्तीसगढ़ में दस्तक देगी। बारिश के दिनों में नदी में पानी रहने से लोगों का आवागमन इस पुल के सहारे ही होता है, लेकिन नक्सलियों के उड़ा देने से आस-पास के दर्जनों पंचायत से संपर्क टूट जाता और ग्रामीण अपने दैनिक उपयोग की चीजों के लिए परेशान हो जाते। जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरपीएफ और जिला बल को एजेंसी बनाकर पुल निर्माण जिम्मा दिया। दोनों सेना के जवानों ने भी इस काम को बखूबी कर दिखाया जिसकी तारिफ आज इलाके का हर आदमी कर रहा है।
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