टोक्यो । भारत की बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलिंपिक-2020 में महिला एकल वर्ग का कांस्य पदक अपने नाम कर लिया है। उन्होंने कांसे के मैच में चीन की हे बिंगजियाओ को 21-13, 21-15 से हरा पदक अपने नाम किया। वह रियो में रजत पदक जीतने में सफल रही थीं और अब उन्होंने इस बार कांस्य पदक अपने नाम किया है। टोक्यो ओलंपिक में इस शानदार उपलब्धि के साथ पीवी सिंधू भारतीय इतिहास की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं जिन्होंने दो व्यक्तिगत ओलंपिक पदक जीते हैं। इससे पहले सिंधू ने पिछले ओलंपिक खेलों (रियो ओलंपिक) में रजत पदक जीता था। पीवी सिंधू ने कांस्य पदक मुकाबले में रविवार को चीन की ही बिंगजियाओ को पहले गेम में 21-13 से करारी मात दी। इसके बाद दूसरे गेम में चीन की खिलाड़ी ने शानदार अंदाज में वापसी का प्रयास किया लेकिन एक समय वो लडख़ड़ाती नजर आईं और स्कोर करीब भी पहुंचते दिखे। दूसरे गेम के मध्य में सिंधू 10-8 से आगे चल रही थीं। ही बिंगजियाओ इसके बाद भी सिंधू के पीछे-पीछे नजर आईं। स्कोर 14-11 तक बढ़ा तो लगा कि सिंधू अब रफ्तार के साथ आगे निकल जाएंगी। लेकिन अंत में सिंधू ने 21-15 से तीसरा गेम भी जीतकर नया इतिहास रचा। सेमीफाइनल में पीवी सिंधु को विश्व की नंबर वन शटलर चीनी ताइपे की ताई जू-यिंग से हार का सामना करना पड़ा था। हे बिंगजिआओ और सिंधु के बीच बैडमिंटन कोर्ट पर 15 मैच खेल चुकी हैं जिसमें 9 मैच चीन की बिंगजिआओ ने जीता है और 6 मैच सिंधु के नाम रहा है। दोनों ने पहली बार 2015 के योनेक्स सनराइज मास्टर्स क्वार्टरफाइनल राउंड में एक-दूसरे का सामना किया था, सिंधु को उस मैच में सीधे सेटों में 23-21, 21-13 के स्कोर से हार का सामना करना पड़ा था। पिछले 5 भिड़ंत में चार मुकाबले में चीनी शटलर को जीत मिली है। सिंधु ने बिंगजिआओ के खिलाफ आखिरी बार 2019 में वर्ल्ड चैंपियनशिप फाइनल में जीत हासिल की थी।
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