नई दिल्ली ,10 जून । आईटी सॉल्यूशन कंपनी कोफोर्ज लिमिटेड और एडटेक कंपनी टैलेंटस्प्रिंट ने नए इंजीनियरिंग स्नातकों को बिजनेस प्रोसेस ऑटोमेशन और लो-कोड प्लेटफॉर्म में दक्ष प्रोफेशनल बनाने के लिए समर स्कूल प्रोग्राम की घोषणा की है। इन कंपनियों ने आज यहां जारी बयान में कहा कि यह आईटी करियर बनाने के इच्छुक युवा प्रोफेशनलों के लिए एक अवसर है। 10वीं, 12वीं और बीटेक/बीई में कम से कम 60 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले 2020 या 2021 के इंजीनियरिंग ग्रेजुएट 15 जून से शुरू होने जा रहे इस तीन महीने के समर स्कूल प्रोग्राम का हिस्सा बन सकते हैं। इसके लिए आवेदन स्वीकारे जा रहे हैं। प्रोग्राम में 250 लोगों को शामिल किया जाएगा। सफल छात्रों को कोफोर्ज में करियर शुरू करने का मौका मिलेगा।
मार्केट्स एंड मार्केट्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर लो-कोड डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म (एलसीडीपी) का कारोबार 2020 में 13.2 अरब डॉलर था, जिसके 28 प्रतिशत से ज्यादा की सालाना वृद्धि के साथ 2025 तक 45.5 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंचने का अनुमान है। महामारी के कारण पैदा हुए नए हालात में अपने इनोवेशन और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन एजेंडा पर बढऩे के लिए ज्यादा से कंपनियां लो-कोड प्लेटफॉर्म की ओर से रुख करेंगी, जिससे इस सेक्टर को फायदा होगा।
गार्टनर का अनुमान है कि 2025 के अंत तक लो-कोड प्लेटफॉर्म के क्षेत्र में आधे से ज्यादा मांग गैर आईटी सेक्टर से आएगी। अनुमान है कि बिजनेस ऑटोमेशन की बढ़ती जरूरत से 2022 तक एलसीडीपी की मांग में तेज उछाल आएगात्र वैश्विक बीपीएम/बीपीए मार्केट भी 12.2 प्रतिशत की दर से बढ़ते हुए 2020 के 9.8 अरब डॉलर से 2026 तक 19.6 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा।