0-सुरक्षा एजेंसियों की उड़ी नींद
नई दिल्ली ,15 दिसंबर । पाकिस्तान उच्चायोग से कथित तौर पर 23 भारतीयों सिखों के पार्सपोर्ट गायब हो गए है। ये उन भारतीयों के पासपोर्ट है, पाक स्थित गुरुद्वारों में दर्शन के लिए जाने वाले थे। इस मामले को लेकर सरकार अलर्ट हो गई है। इनमें से एक करतारपुर साहिब भी शामिल है, जिसके लिए पिछले महीने ही भारत और पाकिस्तान में गलियारे के निर्माण का शिलान्यास किया गया था।
जिन लोगों के पासपोर्ट गायब हुए है उनमें से कुछ ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है जिस कारण यह मामला विदेश मंत्रालय तक पहुंच गया है। मंत्रालय अब इन पासपोर्ट को रद्द करने की तैयारी में है और वह अब इस मुद्दे को पाकिस्तान उच्चायोग के सामने भी उठाएगी। बता दें गुरु नानक देव के 21 से 30 नवंबर के बीच 549वें प्रकाशोत्सव में शामिल होने के लिए पाकिस्तान ने 3800 सिख श्रद्धालुओं को वीजा दिया था।
पासपोर्ट खोने की शिकायत करने वाले ये सभी 23 यात्री भी उन 3800 यात्रियों में शामिल थे, जिन्हें पाकिस्तान की ओर से वीजा जारी किया गया है। पाकिस्तान ने इन पासपोर्टों के गुम होने पर अपने किसी अधिकारी के शामिल होने की बात से इनकार किया है। ये सभी पासपोर्ट दिल्ली स्थित एक एजेंट ने लिए थे, जिसका दावा है कि उसने पाकिस्तानी उच्चायोग में इन दस्तावेजों को जमा कराया है। एजेंट ने भारतीय अथॉरिटीज को इस मसले के बारे में तब जानकारी दी, जब पाकिस्तानी उच्चायोग ने उससे 23 पासपोर्ट्स की मौजूदगी से ही इनकार कर दिया।
पासपोर्ट्स के गायब होने जाने के बाद भारतीय अधिकारियो ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हम इन पासपोर्ट्स के गलत इस्तेमाल न हो इसके लिए जरूरी कदम उठा रहे हैं। बता दें कि करतारपुर कॉरिडोर पर भारत सरकार ने अधिकारियों को नजर बनाए रखने के लिए कहा गया है। इस कॉरिडोर का आतंकवाद जैसी खतरनाक गतिविधियों का गलत इस्तेमाल न हो इसके लिए सेना पहले से ही चिंता व्यक्त कर चुकी है। वहीं, हाल ही में कई बार सिख धार्मिक स्थलों पर खालिस्तान समर्थित पोस्टर को भी देखा जा चुका है। पोसपोर्ट्स के गुम होने की इस खबर ने भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की भी नींद उड़ा दी है।