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14-Dec-2018 12:16:44 pm
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नवंबर में थोक महंगाई घटकर 4.64 प्रतिशत पर, तीन महीने में सबसे कम

नई दिल्ली ,14 दिसंबर । फलों, सब्जियों और दालों की कीमतों में गिरावट के कारण नवंबर में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की दर घटकर 4.64 प्रतिशत पर आ गयी। यह इस साल अगस्त के बाद थोक महँगाई का निचला स्तर है। इससे पहले अक्टूबर में थोक महँगाई दर 5.28 फीसदी और पिछले साल नवंबर में 4.02 प्रतिशत रही है। महँगाई के मोर्चे पर सरकार के लिए यह दोहरी राहत है। इससे पहले बुधवार को जारी आँकड़ों के अनुसार, नवंबर में खुदरा महंगाई भी घटकर 17 महीने के निचले स्तर पर रही थी।
महँगाई घटने का प्रमुख कारण खाद्य वर्ग के उत्पादों का एक साल पहले की तुलना में सस्ता होना रहा। नवंबर में खाद्य थोक महँगाई 3.31 प्रतिशत ऋणात्मक रही। पिछले साल नवंबर के मुकाबले गत नवंबर में प्याज के दाम 47.06 प्रतिशत, सब्जियों के 26.98 प्रतिशत, दालों के 5.42 प्रतिशत और फलों के 2.49 प्रतिशत घट गये। इसके अलावा अंडे तथा मांस-मछलियों की महँगाई दर शून्य रही। खाद्य पदार्थों में ही आलू के दाम 86.45 प्रतिशत बढ़े हैं। गेहूँ की कीमत में 9.18 फीसदी, मोटे अनाजों में 7.23 फीसदी और धान में 4.29 फीसदी की तेजी रही।
ईंधन तथा बिजली वर्ग के उत्पादों की कीमतों में तेज व़ृद्धि का क्रम जारी रहा। इसकी महँगाई दर 16.28 प्रतिशत रही। इस वर्ग में पिछले साल नवंबर की तुलना में रसोई गैस 23.22 प्रतिशत, डीजल 20.16 प्रतिशत और पेट्रोल 12.06 प्रतिशत महँगा हुआ। 
विनिर्मित उत्पादों के वर्ग में महँगाई दर 4.21 प्रतिशत रही। हालाँकि, चीनी 11.।40 प्रतिशत सस्ती हुई। माइल्ड इस्पात और सेमी फर्निश्ड इस्पात की महँगाई दर 7.97 प्रतिशत रही। रसायन तथा रसायनिक उत्पादों की महँगाई दर 7.47 प्रतिशत, कागज तथा उनसे बने उत्पादों की 6.19 प्रतिशत तथा कपड़ों की 5.49 प्रतिशत दर्ज की गयी। चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीने में अप्रैल से नवंबर तक औसत थोक महँगाई दर 4.73 प्रतिशत रही। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह दर 2.83 प्रतिशत रही थी। 

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