रायगढ़, 20 मई2021/ स्कूल शिक्षा विभाग की महत्वाकांक्षी योजना पढ़ई तुंहर दुआर में रायगढ़ जिले से सहायक संचालक शिक्षा श्री कमल किशोर स्वर्णकार एवं शिक्षक श्री पवन कुमार नाग हमारे नायक चुने गए। कोरोना काल ने जैसे ही विकराल रूप लेना प्रारंभ किया, तब से स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कुछ नई शुरुआत करने की तैयारी होने लगी थी। मुख्य सचिव डॉ.आलोक शुक्ला के मार्गदर्शन में डिजिटल शिक्षा की नींव रखी गई। एनआईसी द्वारा तैयार पढ़ई तुंहर दुआर के माध्यम से सभी सरकारी स्कूल के शिक्षक तथा विद्यार्थियों हेतु ऑनलाइन पढ़ाई को प्रारंभ किया गया।
रायगढ़ जिले में ऑनलाइन पढ़ाई की व्यापक शुरुआत हुई। जिले के सभी शिक्षक ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से बच्चों को पढ़ाना प्रारंभ किए। रायगढ़ जिला छत्तीसगढ़ राज्य में सर्वाधिक विद्यार्थियों को ऑनलाइन कक्षा में शामिल करने में अव्वल रहा। ऑनलाइन पढ़ाई व मोहल्ला कक्षा में पढ़ रहे बच्चों के सीखने के प्रतिफल प्राप्त करने के अंतर्गत क्षमता विकास के लिए समग्र शिक्षा के द्वारा अभ्यास पुस्तिका में पहुंचाई गई। इसका उद्देश्य उनके समझ के विकास को विकसित करना रहा। विकास खंड में अभ्यास पुस्तकों का वितरण कराया गया। जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को घर पर रहकर सिखाने का प्रयास करना था। सभी अधिकारियों तथा शिक्षकों से पुस्तकों में कार्य करने हेतु चर्चा उपरांत इसका सबसे अच्छा प्रयोग विकासखंड बरमकेला प्राथमिक शाला बार डीपापारा, पुसौर विकासखंड से प्राथमिक शाला शंकर पाली, रायगढ़ विकासखंड से प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला ललित प्राथमिक तथा कोतरा में हुआ। जहां अभ्यास पुस्तिका के साथ-साथ कहानी पुस्तिका के पठन जैसे कार्य उदाहरण साबित हुए। मोहल्ला कक्षा के संचालन में भी जिले में इतिहास रचा। कोरोना काल में जहां लोग घर से निकलने के लिए डर रहे थे वहां पर शिक्षकों की धैर्यता व आपसी तालमेल से अनेक गांव में मोहल्ला कक्षाओं को प्रारंभ कर बेहतर संचालित किया गया। जिसमें वॉलिंटियर शिक्षा साथियों का भी भरपूर सहयोग मिला। जिले में सीख कार्यक्रम की शुरुआत के साथ ही ऑडियो वीडियो व्हाट्सएप के माध्यम से, वॉलिंटियर के माध्यम से, गतिविधियों के संचालन द्वारा शिक्षा की निरंतरता को बनाए रखा गया। सहायक शिक्षा सामग्री के उपयोग एवं प्रिंटरिच गांव के निर्माण में भी रायगढ़ विकास खंड अग्रणी रहा।
क्या कहते हैं सहायक संचालक शिक्षा श्री के.के. स्वर्णकार
कोरोना काल में जहां लोग परेशान थे। वहीं एक नई उपलब्धि के रूप में हम सभी को ऑनलाइन के माध्यम से विद्यार्थियों से जुड़कर कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ, यह हमारे शिक्षा जगत के लिए अविस्मरणीय पल है। कलेक्टर श्री भीम सिंह के कुशल मार्गदर्शन व जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर.पी आदित्य के निर्देशन में इस माध्यम से घर में रहकर भी उन सारी गतिविधियों को कर सकना जो हम स्कूल में करते हैं, हमारे जिले का यह अथक प्रयास व सफलता किसी उपलब्धि से कम नहीं है। विषय शिक्षकों की कमी के बावजूद इसके माध्यम से विषयवार शिक्षकों को चिन्हित कर सारे विद्यार्थी तक विषय आधारित शिक्षण कराने में भी हम सफल रहे। स्कूल शिक्षा विभाग की इस महत्वाकांक्षी योजना पढ़ई तुंहर दुआर का हिस्सा बनकर अपने कर्तव्य का शत-प्रतिशत निर्वहन किया, खुद को गौरवान्वित महसूस करता हूं और स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा मेरे प्रयासों को और मुझे हमारे नायक चुने जाने पर मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।