छत्तीसगढ़

19-May-2021 6:58:23 pm
Posted Date

नक्सलियों ने 21 को बीजापुर-सुकमा बंद करने का किया आव्हान

> नक्सली हमले को लेकर पुलिस के दावे को मनगढ़ंत कहानी बताया
सुकमा । जिले के सिलंगेर कैंप में हुई गोलीबारी के बाद नक्सलियों के दंडकारण्य दक्षिण सब जोनल ब्यूरो ने प्रेस नोट जारी किया है, नक्सलियों ने गोलीकांड के विरोध में 21 मई को बीजापुर-सुकमा बंद का आव्हान किया है। नक्सली हमले को लेकर पुलिस के दावे को मनगढ़ंत कहानी बताया है, नक्सलियो ने गोलीबारी की घटना की निंदा करते हुए पुलिस अफसरों पर कार्रवाई की मांग की है। 
नक्सलियों ने प्रेस नोट में कहा है कि बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के सिलंगेर में सीआरपीएफ कैंप के खिलाफ पिछले चार दिनों से ग्रामीण शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। उन ग्रामीणों पर 17 मई को राज्य सरकार के आदेश पर बस्तर आईजी और बीजापुर एसपी के निर्देशन पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई, जिसमें 03 ग्रामीणों की मौत हो गई। इस नरसंहार के खिलाफ 21 मई को बीजापुर-सुकमा दो जिलों के बंद को सफल बनाए। 
प्रेस नोट में लिखा है कि  बस्तर के जल-जंगल-जमीन को कॉरपोरेट कंपनियों को लुटाने लगातार पुलिस और अर्ध-सैनिक बलों के कैंप बैठाए जा रहे हैं। इसी सिलसिले में 12 मई को जनता के विरोध के बावजूद जबरन सिलंगेर में सीआरपीएफ का कैम्प लगाया गया है। निहत्थे ग्रामीणों पर  गोलीबारी कर 03 लोगों की हत्या करने वाली पुलिस के द्वारा नक्सली हमले करने की मनगढ़त कहानी का प्रचार कर रही है। 
नक्सली प्रेस नोट में आगे लिखा है कि हमारी पार्टी सर्व आदिवासी सामाज, सर्व सामाज, मानव आधिकार संगठनों, वाम दलों, जन पक्षधर पत्रकारों, जनवादी-प्रगतिशील बुद्धिजीवियों से दक्षिण सब जोनल ब्यूरो अपील करती है कि वे सिलंगेर गोलीबारी के विरोध में पूरे बस्तर संभाग में जगह-जगह धरना प्रदर्शन आयोजित करें। सिलंगेर सहित आदिवासी अंचलों में जनविरोध के बावजूद बैठाए गए तमाम कैम्पों को हटाने की मांग को लेकर जारी जनांदोलनों का समर्थन करे, कैम्पों के खिलाफ आवाज बुलंद करे। इस गोलीबारी के दोषी अधिकारियों खासकर बस्तर आईजी और बीजापुर एसपी सहित अन्य जवानों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग करें।

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