रायगढ़ । कोरोना वायरस का संक्रमण कई परिवारों को आजीवन वेदनाएं दे रहा है । इसी बीच थाना पुसौर अंतर्गत ग्राम औरदा के एक परिवार के दो सदस्यों की कोरोनावायरस से मृत्यु पर उनका परिवार बिखर चुका है । इस भयावह महामारी में डेढ़ साल के दूधमुंहे बच्चे तथा 5 साल की बच्ची के सिर से माता पिता का साया छिन गया । बच्चों की स्थिति जानने बस्तर से थाना प्रभारी, कोड़ेनार द्वारा थाना प्रभारी पुसौर को कॉल कर वस्तुस्थिति बताए ।
दरअसल ग्राम औरदा पुसौर निवासी भागीरथी ओग्रे बासानार हायर सेकेंडरी स्कूल, जगदलपुर, जिला बस्तर में प्रभारी प्राचार्य के पद पर कार्यरत थे तथा उनकी पत्नी संतोषी ओग्रे और बालक उमेश करीब 2 साल एवं पुत्री पल्लवी उम्र 5 साल के साथ बासानार, थाना कोड़ेनार में निवासरत थे । गत दिनों भागीरथी ओग्रे एवं संतोषी ओरे का कोविड-19 से अकस्मात निधन हो जाने पर उन पर आश्रित दोनों बच्चों को जगदलपुर कलेक्टर द्वारा थाना प्रभारी कोड़ेनार के माध्यम से जिला रायगढ़ उनके गृहग्राम भेजने की व्यवस्था कराए। थाना प्रभारी कोड़ेनार जिनका उनसे कोई रिश्ता नाता नहीं है परंतु मानवीय संवेदनाएं और दोनों मासूम बच्चों के अनाथ होने का दर्द कहीं ना कहीं उनके मन में था और बच्चों की स्थिति जानने के लिए वे व्याकुल थे । इस कारण आज सुबह वे थाना प्रभारी पुसौर (सहायक उपनिरीक्षक इगेश्वर यादव) को कॉल कर दोनों बच्चों के अनाथ होने की जानकारी दिए व बच्चों की मदद करने कहा गया । जिस पर एएसआई यादव, नायब तहसीलदार माया अंचल व थाना स्टाफ के साथ ग्राम औरदा पहुंचे । जहां मासूम बच्चों और परिवार की स्थिति देख सभी भावुक हो गए । ग्राम सरपंच ने बताया कि भागीरथी ओग्रे इकलौता पुत्र था जिसके परिवार में केवल उसकी वृद्ध मां है । कल रात ही दोनों बच्चें औरदा आए हैं ।थाना प्रभारी पुसौर द्वारा परिवार के लिए सुखा राशन व बच्चों के लिए बिस्किट, मिक्सर वह अन्य खाने की वस्तुएं की व्यवस्था कराए और स्वर्गीय भागीरथी ओग्रे की मां को ढांढस बंधाए और आगे भी परिवार की हर प्रकार की मदद का आश्वासन दिया गया । नायब तहसीलदार माया अंचल द्वारा भी शासकीय सेवक के वारिशानों को प्राप्त होने वाली सुविधाएं हेतु की जाने की कार्यवाही शीघ्र कराने का आश्वासन दिया गया है । थाना प्रभारी द्वारा ग्राम सरपंच व प्रमुख लोगों को परिवार को किसी प्रकार की समस्या होने पर सूचित करने बताया गया है ।