0-लॉकडाउन की अफवाहों के बीच बढ़ी जमाखोरी
नईदिल्ली,23 अपै्रल । कोरोना की दूसरी लहर रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बाद अफवाह का बाजार गर्म हो गया है। लॉकडाउन को लेकर अफवाह का असर शहरी औैर ग्रामीण क्षेत्र पर सामान रूप से हुआ है। ग्रॉसरी शॉप चलाने वाले दुकानदारों का कहना है कि अफवाह से किराने की वस्तुओं की बिक्री में करीब 20 फीसदी का इजाफा हुआ है।लोगों में भय है कि आने वाले दिनों में जरूरी सामानों की किल्लत होने वाली है। इसीलिए वे आवश्यक वस्तुओं को अधिक मात्रा में खरीदकर स्टॉक कर रहे हैं। हालांकि, वास्तविक स्थिति ऐसी नहीं है। एफएमसीजी कंपनी आईटीसी, पारले प्रोडक्ट्स, सीजी कॉर्प, मेरिको और इमामी ने कहा है कि पिछले साल लागू लॉकडाउन के अनुभव से जरूरी उत्पादों की आपूर्ति करने में पूरी तरह सक्षम हैं।
आईटीसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि सभी आपूर्ति चैनलों में उपभोक्ताओं के लिए उत्पादों की उपलब्धता बनी रहे, इसके लिए आईटीसी ने जरूरी कदम उठाए हैं। महामारी के दौरान कंपनी ने परिचालन जारी रखने के लिए मजबूत नीतियां तैयार की है। बाजार में किसी भी तरह की अड़चनों और उतार चढ़ाव से निपटने के लिए भी संगठनात्मक ढांचे को तैयार किया गया है। मेरिको के प्रवक्ता ने भी कहा कि कंपनी इस साल बेहतर तैयारी में है।देश के कुछ राज्यों ने ही आंशिक लॉकडाउन लगाया है लेकिन आवश्यक वुस्तुओं के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं।
उपभोक्ताओं का कहना है कि कोरोना के कारण सब्जी, व दूध वाले से लेकर किराना वाले तक मनमर्जी के भाव ले रहे हैं। वहीं, कारोबारियों का कहना है केंद्र सरकार ने राज्यों से खाद्य पदार्थों तथा दवा समेत जरूरी वस्तुओं की जमाखोरी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को निर्देश दिया है। इसके अलावा, राज्यों से जागरूकता अभियान चलाने को कहा गया है जिससे जरूरी जिंसों की खरीदारी लोग घबराकर नहीं करे।