नईदिल्ली,13 अपै्रल । वैश्विक स्तर पर खाद्य तेलों और विशेषकर हल्के खाद्यतेलों की मांग बढऩे के कारण दिल्ली तेल तिलहन बाजार में बीते सप्ताह सरसों, सोयाबीन, मूंगफली, सीपीओ और पामोलीन सहित लगभग सभी तेल तिलहन कीमतों में सुधार आया। पिछले सप्ताह सरसों दाना का भाव 325 रुपये बढक़र 6,310-6,350 रुपये प्रति च्न्टिल हो गया, जो उसके पिछले सप्ताहांत 5,985-6,025 रुपये प्रति च्ंिटल पर बंद हुआ था। विदेशों में मांग बढऩे से सोयाबीन और पामोलिन तेल में लगातार तेजी का रुख बना हुआ है। सोयाबीन की तेल रहित खल की स्थानीय पाल्ट्री फर्मो के अलावा भारी निर्यात मांग है जिससे सोयाबीन तेल तिलहन कीमतों में सुधार देखा गया।
निर्यात मांग के कारण मूंगफली दाना 150 रुपये सुधरकर 6,485-6,530 रुपये, मूंगफली गुजरात 400 रुपये के सुधार के साथ 15,900 रुपये च्न्टिल तथा मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड का भाव 60 रुपये के सुधार के साथ 2,530-2,590 रुपये प्रति टिन पर बंद हुए। बाकी तेलों में तिल मिल डिलीवरी का भाव 150 रुपये के सुधार के साथ 14,800-17,800 रुपये प्रति च्न्टिल हो गया।
बिनौला मिल डिलिवरी हरियाणा 400 रुपये बढक़र 13,500 रुपये हो गया। वहीं मक्का खल का भाव भी 90 रुपये सुधरकर 3,700 रुपये च्न्टिल पर बंद हुआ। कंपनियों और शादी ब्याह में मक्का रिफाइंड की मांग बढ़ रही है, जिसे काफी बेहतर माना जाता है।बाजार सूत्रों द्वारा उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक कुछ दिनों पूर्व देश भर की विभिन्न मंडियों में 10-12 लाख सरसों की बोरियों की आवक हो रही थी, जो अब घटकर 6-7 लाख बोरी रह गई है। उन्होंने कहा कि सरसों की रोक-रोक कर बिक्री करने का काम किसान कर रहे हैं, जिसकी सहकारी संस्था नाफेड और हाफेड से अपेक्षा की जाती रही है।