नई दिल्ली। भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने बुधवार को ट्विटर पर एक पोस्ट के जरिए इस बात की घोषणा की। 35 वर्षीय पटेल ने अपने 18 साल के करियर में भारत के लिए 25 टेस्ट, 38 वनडे इंटरनैशनल और दो टी20 इंटरनैशनल मुकाबले खेले। घरेलू क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने गुजरात के लिए 194 मैच खेले। वह जनवरी 2018 में भारत की जोहान्सबर्ग में साउथ अफ्रीका के खिलाफ मिली ऐतिहासिक टेस्ट टीम का भी हिस्सा थे। इसके एक साल बाद ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने वाले भारतीय दल में भी पटेल शामिल थे।
पटेल ने साल 2002 में भारत के लिए इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंगम में डेब्यू किया। वह भारत के लिए टेस्ट खेलने वाले सबसे युवा विकेटकीपर थे। उस समय उनकी उम्र 17 साल 153 दिन थी। उनका करियर हालांकि ठीक ही चल रहा था लेकिन 2004 में दिनेश कार्तिक और फिर महेंद्र सिंह धोनी के आने के बाद पटेल टीम के नियमित सदस्य नही रह पाए। पटेल ने गुजरात के लिए पहला रणजी ट्रोफी मैच भारत के लिए डेब्यू करने के दो साल दो महीने बाद नवंबर 2004 में खेला। पटेल ने हालांकि वापसी की लेकिन वह टीम में जगह पक्की नहीं कर पाए क्योंकि एक और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा टेस्ट के लिए पहली पसंद बन गए।
हालांकि पटेल ने हार नहीं मानी और इंडियन प्रीमियर लीग और घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे। 2015 में उन्होंने मुंबई इंडियंस के लिए 15 मैचों में 339 रन बनाए। इसके बाद इसी साल उन्होंने अपना पहला लिस्ट ए शतक लगाया और गुजरात को उसका विजय हजारे ट्रोफी जीतने में मदद की।