नई दिल्ली। शेयर बाजारों के पास उपलब्ध आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि 2020 में 12 के जरिए करीब 25,000 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं। 2019 के पूरे साल में 16 के जरिये 12,362 करोड़ रुपये जुटाए गए थे। 2018 में 24 कंपनियों ने से 30,959 करोड़ रुपये जुटाए थे। इस साल यानी 2020 में अबतक कंपनियों ने से 25,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह आंकड़ा अभी और बढ़ेगा क्योंकि बर्गर किंग का 810 करोड़ रुपये का दो दिसंबर को खुलने जा रहा है। आइए नजर डालते हैं आने वाले आईपीओ पर। बर्गर किंग का आईपीओ 2 दिसंबर को खुल रहा है। इसके लिए प्राइस बैंड प्राइस बैंड 59-60 रुपए प्रति शेयर फिक्स किया गया है। इसके जरिए बर्गर किंग की 810 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। कंपनी 450 करोड़ रुपये की कीमत के शेयर जारी करेगी जबकि प्रमोटर कंपनी क्तस्क्र एशिया प्राइवेट लिमिटेड 6 करोड़ शेयर बेचेगी। बर्गर किंग इस आईपीओ से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल नए रेस्त्रां खोलने और अपने कर्ज के भुगतान में करेगी। इससे पहले बर्गर किंग ने पब्लिक मार्केट इनवेस्टर से 92 करोड़ रुपए जुटाए हैं। सार्वजनिक क्षेत्र की रेल टेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लि. को बाजार नियामक सेबी से आईपीओ के जरिये 700 करोड़ रुपये जुटाने को मंजूरी मिल गई है। सेबी के पास जमा दस्तावेज के अनुसार आईपीओ पूरी तरह से बिक्री पेशकश के रूप में होगा। इसके तहत सरकार 8.66 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगी। कंपनी ने अक्टूबर में आईपीओ के लिए जरूरी दस्तावेज जमा किये थे। उसे 6 नवंबर को सेबी से मंजूरी मिल गई। मर्चेन्ट बैंक सूत्रों के अनुसार आईपीओ से 700 करोड़ रुपये जुटाये जाने का अनुमान है। मिनीरत्न सार्वजनिक उपक्रम देश में सबसे बड़ा दूरसंचार ढांचागत सुविधा प्रदाता कंपनियों में से एक है। उसके पास रेलवे ट्रैक के साथ ऑप्टिकल फाइबर विशाल नेटवर्क है। कंपनी देश भर में ब्रॉडबैंड दूरसंचार और मल्टीमीडिया नेटवर्क उपलब्ध कराती है। कंपनी का आप्टिकल फाइबर नेटवर्क 30 जून, 2020 की स्थिति के अनुसार 55,000 किलोमीटर से अधिक है और देश के विभिन्न शहरों में 5,677 रेलवे स्टेशन इसके दायरे में आते हैं। मंत्रिमंडल ने दिसंबर 2018 में रेलटेल कॉरपोरेशन में 25 प्रतिशत तक सरकारी हिस्सेदारी बिक्री के लिए आईपीओ लाने को मंजूरी दी थी। कल्याण ज्वैलर्स इंडिया लिमिटेड को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए करीब 1,750 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बाजार नियामक सेबी से हरी झंड़ी मिल गई है। कंपनी द्वारा दाखिल रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) के अनुसार आईपीओ के तहत 1,000 करोड़ रुपये तक के नए इच्टिी शेयर जारी करने और 750 करोड़ रुपये मौजूदा शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) के जरिए जुटाने की योजना है। कल्याण ज्वैलर्स के प्रवर्तक टी एस कल्याणरमन 250 करोड़ रुपये तक के शेयर बेचेंगे, जबकि हाईडेल इन्वेस्टमेंट लिमिटेड ओएफएस के जरिए 500 करोड़ रुपये तक के शेयर बेचेगी। कल्याण ज्वैलर्स सोने और अन्य आभूषण उत्पादों की बिक्री करता है। कल्याण ज्वैलर्स ने अगस्त में आईपीओ के लिए दस्तावेज जमा किए थे और 15 अक्टूबर को उसे इसके लिए बाजार नियामक की तरफ से मंजूरी मिल गई। कृषि जिंसों में कारोबार करने वाले नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज को लाने की अनुमति मिल गयी है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड ने एनसीडीईएक्स को 500 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने की मंजूरी दी है। एनसीडीईएक्स के आवेदन दस्तावेजों के मुताबिक इस आईपीओ में कंपनी कुल 100 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी। इसके अलावा 1.44 करोड़ वर्तमान शेयरों को बिक्री पेशकश के जरिए शेयर बाजारों के मंच पर बेचा जाएगा। सेबी ने 9 अप्रैल को यह एनसीडीईएक्स के प्रस्ताव को हरी झंडी दिखाई थी। कंपनी ने इसके लिए फरवरी में सेबी के पास आवेदन किया था। बीएसई और एमसीएक्स के बाद यह तीसरी बाजार परिचालक कंपनी है जिसके शेयर बाजार में लिस्ट किए जाएंगे।
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